भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के राष्ट्रीय महासचिव उस्मान अली पाशा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर दिनांक 7 सितंबर 2022 से लगातार हो रही बारिश और उत्तराखंड के जलाशयों से छोड़े गए पानी के कारण पूरे जिले के किसान प्रभावित हुए हैं और उनकी धान सहित सभी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई है भयंकर सूखे में किसानों द्वारा पंपिंग सेट मे महंगा डीजल फूंक कर जैसे तैसे धान की फसल तैयार की थी जोकि पूरी तरह नष्ट हो गई है अब जिला प्रशासन और सरकार नुकसान का आकलन करने के लिए टीमें गठित करने की बात कर रही है जबकि इस समय आंकलन की कोई आवश्यकता ही नहीं है क्योंकि सभी किसानों का बहुत नुकसान हुआ है बहुत से किसान जिन्होंने सूखे की वजह से धान की रोपाई नहीं की थी उनको भी मुआवजा दिया जाए और आगे कहा किसानों का पिछला बकाया बिजली बिल और संपूर्ण कर्जा माफ किया जाए और 1 सप्ताह के अंदर किसानों को 1 लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए क्योंकि किसान पिछले कई वर्षों से बारिश ओला सूखा आदि की प्राकृतिक मार से परेशान है किसान हित को ध्यान में रखते हुए प्रति एकड़ 1 लाख रुपया मुआवजा दिया जाए।