बताते चले कि देश में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोज स्कीम (पीएफआरएफ) की नींव रखी गई थी। जिसका लक्ष्य देश में विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ाना देना है। उक्त योजना में भारत के सभी आईआईटी, आईआईएसईआर, आईआईएससी बंगलुरू और देश के कुछ चुनिंदा विश्वविद्यालय शामिल किए जाते है। इस योजना में देश के मेधावी तीन हजार छात्र/छात्राओं को चयनित किया जाता है इसके बाद कई जटिल प्रक्रियाओं को पूरा करने वाले सर्वश्रेष्ठ एक हजार छात्र/छात्राओं का चयन पीएफआरएफ में चयनित किया जाता है। सर्वश्रेष्ठ एक हजार मेधावी विद्यार्थियों की सूची में प्रवेश सिंह को स्थान मिलने से आजमगढ़ गौरवान्वित हुआ है। प्रवेश सिंह दक्षता प्राप्त करने के बाद अब विज्ञान के क्षेत्र में अपना योगदान देंगे। प्रवेश के पिता जय प्रकाश सिंह दीवानी न्यायालय में अधिवक्ता है और माता श्रीमती कनक लता सिंह गृहणी है। अपने इस उपलब्धि पर प्रवेश सिंह ने बताया कि बेहतर शिक्षा के लिए परिवारजनों ने सहयोग दिया वहीं दादा झिनकू सिंह व दादी श्रीमती केशरी सिंह ने विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने के लिए सदैव प्रोत्साहित किया। परिजनों और गुरूजनों की प्रेरणाओं से विज्ञान के क्षेत्र में विशेष करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ के बहुत से लोगों ने अपना परचम विश्व में लहराया है, उसी तर्ज पर मैं भी अपने देश का नाम विश्व पर बढ़ाना चाहता हूं। बधाई देने वालों में प्रयास अध्यक्ष रणजीत सिंह, श्री कृष्ण सिंह किशन, सारथी संगठन सचिव विनीत सिंह रिशु, पवन सिंह सम्राट, गांधी गिरी टीम के सचिव विवेक पांडेय, रवि शंकर सिंह आदि शामिल रहे।
बताते चले कि देश में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोज स्कीम (पीएफआरएफ) की नींव रखी गई थी। जिसका लक्ष्य देश में विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ाना देना है। उक्त योजना में भारत के सभी आईआईटी, आईआईएसईआर, आईआईएससी बंगलुरू और देश के कुछ चुनिंदा विश्वविद्यालय शामिल किए जाते है। इस योजना में देश के मेधावी तीन हजार छात्र/छात्राओं को चयनित किया जाता है इसके बाद कई जटिल प्रक्रियाओं को पूरा करने वाले सर्वश्रेष्ठ एक हजार छात्र/छात्राओं का चयन पीएफआरएफ में चयनित किया जाता है। सर्वश्रेष्ठ एक हजार मेधावी विद्यार्थियों की सूची में प्रवेश सिंह को स्थान मिलने से आजमगढ़ गौरवान्वित हुआ है। प्रवेश सिंह दक्षता प्राप्त करने के बाद अब विज्ञान के क्षेत्र में अपना योगदान देंगे। प्रवेश के पिता जय प्रकाश सिंह दीवानी न्यायालय में अधिवक्ता है और माता श्रीमती कनक लता सिंह गृहणी है। अपने इस उपलब्धि पर प्रवेश सिंह ने बताया कि बेहतर शिक्षा के लिए परिवारजनों ने सहयोग दिया वहीं दादा झिनकू सिंह व दादी श्रीमती केशरी सिंह ने विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने के लिए सदैव प्रोत्साहित किया। परिजनों और गुरूजनों की प्रेरणाओं से विज्ञान के क्षेत्र में विशेष करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ के बहुत से लोगों ने अपना परचम विश्व में लहराया है, उसी तर्ज पर मैं भी अपने देश का नाम विश्व पर बढ़ाना चाहता हूं। बधाई देने वालों में प्रयास अध्यक्ष रणजीत सिंह, श्री कृष्ण सिंह किशन, सारथी संगठन सचिव विनीत सिंह रिशु, पवन सिंह सम्राट, गांधी गिरी टीम के सचिव विवेक पांडेय, रवि शंकर सिंह आदि शामिल रहे।