Cyclone Amphan को लेकर बंगाल और ओडिशा के करीब साढ़े छह लाख लोगों को निकाला गया गया: NDRF DG

नई दिल्‍ली। देश में लॉकडाउन की स्थिति, कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए और पूर्वी क्षेत्र में आए चक्रवात को लेकर बुधवार को गृह और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की संयुक्‍त प्रेस कांफ्रेंस हुई। इस मौके पर एनडीआरएफ के डीजी के एसएन प्रधान ने कहा कि लैंडफॉल का सिलसिला शुरू हो चुका है। चक्रवात के बाद असल में  NDRF का काम शुरू होगा। काम और बढ़ने वाला है।

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More than 5 Lakh people have been evacuated in West Bengal and 1,58,640 people in Odisha: SN Pradhan, NDRF chief

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चक्रवात फणि के दौरान हुए अनुभवों के आधार पर सभी टीमों को अगर जरूरत पड़ी तो पोस्ट लैंडफॉल बहाली के लिए पेड़ काटने वालों / पोल कटरों से लैस हैं। तटों से लोगों को निकालने का काम जारी है। पश्चिम बंगाल में 5 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया है और ओडिशा में 1,58,640 लोगों को निकाला गया है।

उन्‍होंने कहा कि दो हमारे कमांडेंट्स हैं, ओडिशा और बंगाल में हमारी बटालियनें हैं। ओडिशा वाले कंमाडेंट बालासोर में कैंप कर रहे हैं और बंगाल के कंमांडेंट काकद्वीप में कैंप कर रहे हैं। ओडिशा में 20 टीमें ग्राउंड पर तैनात कर दी गई हैं।

सभी टीमों के पास सेटेलाइट संचार सिस्टम है। हमारे पास अत्याधुनकि पेड़ कटाई और खंभों की कटाई के यंत्र हैं। दोनों राज्यों में 41 टीमों का प्लेसमेंट हैं बंगाल में सिर्फ दो टीमें रिजर्व में रखी गई हैं जिसमें से एक टीम अभी कोलकाता में तैनात की जा रही है।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के प्रमुख मृत्युंजय मोहापात्र ने कहा कि ओडिशा में भद्रक और बालासोर अगले 2-3 घंटों में हानिकारक प्रभाव की जानकारी होगी। तूफान के बाद ओडिशा पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

हवा की सबसे ज्यादा रफ्तार साउथ और नॉर्थ 24 परगना और ईस्ट मिदनापुर जिलों में होगी, जो 155-165 से 185Km/hr, ये रफ्तार लैंडफॉल प्रक्रिया के साथ बढ़ना शुरू हो चुकी है। चक्रवात के कारण भारी संख्या में पेड़ उखडेंगे। कच्चे, मिट्टी, घास फूस और टीन के घरों को भारी नुकसान पहुंचेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि ये काफी संतोषजनक है कि कोरोना पॉजिटिव 42,298 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं और अब सक्रिय मामलों की संख्या 61,149 है।

उन्‍होंने कहा कि यदि विश्व की कुल जनसंख्या को ध्यान में रखा जाए तो  COVID19 के कारण प्रति लाख जनसंख्या पर 62 लोग प्रभावित हुए हैं। भारत में COVID के कारण इस देश की प्रति लाख जनसंख्या पर 7.9 लोग प्रभावित हुए। COVID19 के कारण दुनिया भर में प्रति लाख आबादी पर 4.2 लोगों की मौत हुई है। भारत में यह प्रति लाख जनसंख्या पर 0.2 मौत है। जबकि कोरोना प्रभावित करीब 9-10 देशों में 10 व्यक्ति प्रति लाख व्यक्ति है।

उन्‍होंने कहा कि लगभग 2.94 फीसद  सक्रिय कोविड 19 के मामलों में ऑक्सीजन की जरूरत होती है। 3 फीसद को आईसीयू की आवश्यकता होती है और 0.45 पीसी को वेंटीलेटर की जरूरत होती है।

लव अग्रवाल ने कहा कि जब पहला लॉकडाउन शुरू हुआ, तब रिकवरी दर लगभग 7.1% थी, 2 वें लॉकडाउन के दौरान रिकवरी दर 11.42% थी, फिर यह 26.59% हो गई। आज रिकवरी दर 39.62% है।