आजमगढ़ : जिन किसानों को किस्त की धनराशि अबतक खाते में नहीं पहुंची है, वो आधार कार्ड में कराये संसोधन

 

आजमगढ़ 21 मई– प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जिन किसानों को चैथी एवं पांचवी किस्त की की धनराशि खाते में नहीं पहुंच रही है, इन किसानों का आधार संशोधन किया जाना है। आधार संशोधन किए जाने के लिए कृषि विभाग द्वारा राजकीय कृषि बीज भंडार पर एक कंप्यूटर ऑपरेटर तथा एक प्राविधिक सहायक कृषि को लगाया गया है। योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उप कृषि निदेशक डाॅ0 आर के मौर्य द्वारा बताया गया कि जनपद में इस योजना के अंतर्गत कुल 633852 कृषक परिवार लाभान्वित हो रहे हैं, जिसमें से 593468 कृषक परिवारों को नियमित रूप से सम्मान निधि की धनराशि प्राप्त हो रही है। जिन किसानों को चैथी एवं पांचवी किस्त नहीं प्राप्त हो रही है उन किसानों का आधार संशोधन किया जाना है। आधार संशोधन दो प्रकार से होना है। पहला ऐसे किसानों का जिनका आधार नंबर गलत है अथवा आधार नंबर पंजीकरण के समय उपलब्ध नहीं कराया गया है ।दूसरे ऐसे किसान हैं जिनका आधार में नाम के अनुसार पंजीकरण नहीं कराया गया है। उक्त दोनों प्रकार के आधार संशोधन की व्यवस्था राजकीय कृषि बीज भंडार पर दी गई है। उप कृषि निदेशक द्वारा किसानों से अपील किया गया है कि कृषक भाई डाटा संशोधन कराए जाने हेतु जिला मुख्यालय पर नहीं आए बल्कि संशोधन हेतु स्थानीय स्तर पर विकासखंड के राजकीय कृषि बीज भंडार पर वांछित अभिलेखों की स्व प्रमाणित फोटोकॉपी आधार की स्व प्रमाणित फोटो कॉपी के साथ राजकीय कृषि बीज भंडार पर जाएं और सामाजिक दूरी बनाते हुए अपना मुंह गमछे अथवा मास्क से ढके रखें ।ऐसे किसानों का जिसका आधार संशोधन किया जाना है वे सभी किसान अपने स्मार्टफोन से आधार के अनुसार अपना नाम संशोधन कर सकते हैं। इसी प्रकार यदि आधार नंबर गलत है पंजीकरण के समय जो आधार नंबर गलत फीड कराया गया है उसकी जानकारी राजकीय कृषि बीज भंडार पर कार्यरत कार्मिकों को उपलब्ध करा दी गई है। आधार नंबर का संशोधन पूर्व में पंजीकरण के समय डाले गए गलत नंबर को डाल कर ही सही नंबर से संशोधित किया जा सकता है। सभी किसान भाई अपना संशोधन अपने स्मार्टफोन से या कॉमन सर्विस सेंटर से, सहज जन सेवा केंद्र से, लोकवाणी केंद्रों से अथवा राजकीय कृषि बीज भंडार पर विभागीय कार्मिकों की मदद से संशोधन करा लें अन्यथा यह मानते हुए कि यह पंजीकरण डुप्लीकेट हैं, 1 सप्ताह में यह डाटा डिलीट कराया जा सकता है। डॉक्टर मौर्य द्वारा बताया बताया गया कि प्र धानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत अब तक 719406 किसानों को पोर्टल पर पंजीकृत कराया गया है जिसमें से 31946 कृषक अपात्र पाए गए हैं 71670 किसानों के आधार संशोधित ने होने के कारण चैथी एवं पांच में किस्त अवरुद्ध की गई है इसमें से 24852 कृषकों के आधार के अनुसार नाम संशोधन किया जाना है, तथा 46826 किसानों के आधार गलत हैं जिसका संशोधन किया जाना है।उप कृषि निदेशक द्वारा यह भी बताया गया कि 12142 किसानों ने किसान सम्मान निधि की धनराशि प्राप्त करने के लिए ओपन सोर्स से पंजीकरण कराया है, बगैर वैलिडेशन के इन्हें किसान सम्मान निधि की धनराशि नहीं प्राप्त होगी। अतः ऐसे किसान जिन्होंने ओपन सोर्स से पंजीकरण कराया है वह वांछित अभिलेख अर्थात बैंक पासबुक के प्रथम पृष्ठ की छाया प्रति, आधार कार्ड, खतौनी का विवरण तथा घोषणा पत्र ।इन सभी अभिलेखों के साथ राजकीय कृषि बीज भंडार पर तैनात किए गए कार्मिकों को उपलब्ध करा दें अथवा उनके कार्य क्षेत्र में कृषि विभाग के जो कार्मिक कार्यरत हैं, उन्हें भी यह अभिलेख उपलब्ध करा सकते हैं जिससे कि इन किसानों का डाटा वैलिडेट करते तहसील स्तर की लॉगिन पर क्षेत्रफल सत्यापन हेतुअग्रसारित किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने विभाग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण कराया है इसमें से 10341 किसानों का डाटा तहसील स्तर की लॉगिन पर वैलिडेशन हेतु लंबित है। जिसमें सबसे अधिक संख्या लालगंज तहसील में 2980 डाटा, आजमगढ़ तहसील में 2412 डाटा, निजामाबाद तहसील में 1999 डाटा तथा मार्टिनगंज तहसील में 1404 डाटा लंबित है। अन्य तहसीलों में भी डाटा लंबित है लेकिन इनकी संख्या 500 के नीचे है।