95 वर्षीय दादी ने दी कोरोना को मात, बेटे की मौत के बाद पूरे परिवार की कराई थी जांच

इंदौर। देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में एक 95 साल की महिला ने कोरोना संक्रमण को शिकस्‍त दी है। शहर के एक निजी अस्पताल में 11 दिन चले इलाज के बाद वह 21 मई को घर लौट आई हैं। कोरोना को मात देने के साथ ही वह देश के उन सबसे उम्रदराज मरीजों में शामिल हो गई हैं जो महामारी से उबर चुके हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, महिला के 70 साल के बेटे की कुछ दिन पहले ही मौत हो गई थी लेकिन बेहतर इलाज और इच्छाशक्ति के दम पर उन्‍होंने कोरोना को हराने में कामयाबी पाई।

हालांकि मह‍िला के ठीक होने के पीछे उनके जागरूक परिवार की भी बड़ी भूमिका बताई जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक, परिवार के लोगों ने सदस्‍य की मौत पर शोक में डूबने के बावजूद कोरोना की जांच कराई जिसमें उम्रदाराज दादी समेत छह लोगों को संक्रमित पाया गया। एक सदस्‍य ने बताया कि परिवार के जिस 70 वर्षीय शख्‍स की मौत हुई थी उसमें बुखार और सर्दी-जुकाम सरीखे कोरोना जैसे लक्षण थे। इससे पहले कि उनकी जांच हो पाती अचानक ही उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

इस घटना के बाद परिवार ने खुद आगे बढ़कर सरकारी अधिकारियों से संपर्क कर के 16 लोगों की कोरोना जांच कराई। जांच में छह लोग संक्रमित पाए गए जिनमें 10-10 साल के जुड़वां भाई-बहन शामिल हैं। बीते चार दिनों में 95 वर्षीय महिला समेत परिवार के पांच लोग स्वस्थ होकर घर लौट आए हैं जबकि एक का इलाज जारी है। परिवार के कुछ सदस्यों को शहर के एक क्‍वारंटाइन केंद्र भेजा गया था। क्‍वारंटाइन केंद्र में 14 दिन बिताने के बाद घर लौटी 37 वर्षीय दीपा ने भावुक लहजे में कहा कि ईश्वर का शुक्र है कि हमने समय पर कोरोना जांच कराकर परिवार के अन्य लोगों की जान बचा ली।