आजमगढ़। जिले में दो दोस्तों को मेले में अपने हाथ पर टैटू बनवाना भारी पड़ गया है। दोनों को जानलेवा बीमारी मिल गई। मामले का खुलासा तब हुआ जब एक युवक पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए अस्पताल पहुंचा तो चिकित्सक ने उसकी रूटीन जांच कराई। जांच में वह एचआईवी संक्रमित मिला। इसकी जानकारी होने पर दूसरे दोस्त ने जब अपनी जांच कराई तो वह भी एचआईवी संक्रमित निकला। जांच रिपोर्ट देखकर दोनों के होश उड़ गए। वर्तमान में दोनों अब अपना इलाज करा रहे हैं।
गौरतलब है कि इस समय युवाओं में टैटू बनवाने का क्रेज बढ़ गया है। लेकिन, अगर आप भी ऐसा करने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए। हो सकता है कि यह टैटू आपको जीवन भर का दर्द दे जाए। क्योंकि ऐसा ही एक मामला नगर क्षेत्र में आया है। जहां दो दोस्त एक वर्ष पहले साथ में दशहरा का मेला देखने के लिए निकले। एक स्थान पर एक व्यक्ति द्वारा लोगों के हाथ पर टैटू बनाया जा रहा था। उनके मन में भी टैटू बनवाने की इच्छा हुई। फिर क्या था दोनों बारी-बारी से अपने हाथ पर टैटू बनवाए और घर आ गए। सबकुछ सामान्य रूप से गुजरने लगा।
इसी बीच एक दोस्त के पेट में दर्द हुआ जब उसने जांच कराई तो पेट में पथरी की शिकायत मिली। तब चिकित्सक ने उसे ऑपरेशन को कहा। जब वह ऑपरेशन के लिए तैयार हो गया तो चिकित्सक ने ऑपरेशन से पूर्व अन्य जांचों के साथ ही उसकी एचआईवी जांच भी कराई। जांच में वह एचआईवी संक्रमित आया। उसके होश उड़ गए। चिकित्सक के पूछने पर उसने टैटू बनवाने की बात बताई। साथ ही अपने दोस्त के टैटू बनवाने की बात बताई। चिकित्सक ने उसके दोस्त को बुलवाकर उसकी भी जांच कराई। जांच में उसका दोस्त भी संक्रमित पाया गया। अब दोनों का इलाज चल रहा है। इस संबंध में आजमगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार का कहना है कि टैटू बनवाने से एचआईवी संक्रमित होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। लेकिन अगर इफेक्टेड सिरिंज, ब्लड के सलाइवा के संपर्क में आती है तो ऐसा होना संभव है।