आज अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर समाजसेवी संस्था चेतना (CHETNA) द्वारा गुरुग्राम में एक विशेष स्टेकहोल्डर्स कंसल्टेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बाल श्रम की समस्या पर संवाद को बढ़ावा देना, संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना, तथा प्रभावी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाना था।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में श्री पवन कुमार (सहायक श्रम आयुक्त) एवं श्री रामगोपाल (श्रम निरीक्षक), डॉ. सिमरन शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं ASI राजेश (चक्करपुर चौकी सेक्टर 28 गुरुग्राम) उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन श्री राजेंद्र कुमार (प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर) ने किया। वहीं, गुरप्रीत (NACG सदस्य) ने सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। उन्होंने NACG (National Action & Coordination Group) की भूमिका, कार्यप्रणाली और बच्चों के अधिकारों की रक्षा हेतु चल रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी।
श्री पवन कुमार (सहायक श्रम आयुक्त) बाल श्रम के विरुद्ध सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी और ज़मीनी स्तर पर निगरानी व प्रवर्तन को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. सिमरन शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल संरक्षण से जुड़े कानूनों और बाल श्रम से जुड़े मामलों में DCPU की भूमिका को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि समुदाय, प्रशासन और संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से ही इस सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
ASI राजेश, चक्करपुर चौकी, ने बाल श्रम से जुड़े मामलों में स्थानीय पुलिस की भूमिका और चुनौतियों को साझा किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
कार्यक्रम में विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, बाल कल्याण समिति के प्रतिनिधियों एवं समुदाय के सदस्यों ने भी भाग लिया। विचार-विमर्श के दौरान क्षेत्रीय स्तर पर बाल श्रम की स्थिति, उसके कारणों, और रोकथाम के लिए आवश्यक रणनीतियों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में बच्चों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने अपने आस-पास हो रहे बाल श्रम के मामलों को साझा किया। कुछ बच्चों ने बताया कि वे ऐसे बच्चों को जानते हैं जो बाल मजदूरी कर रहे हैं। इस पर श्री पवन कुमार ने उन मामलों को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने बच्चों को यह भी समझाया कि बाल श्रम करने से उन्हें शिक्षा से वंचित रहना पड़ता है, बीमारियों का खतरा होता है और उनका समग्र विकास बाधित होता है।
राजेंद्र कुमार प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर बताया कि वे बाल श्रम के विरुद्ध जागरूकता, पुनर्वास और शिक्षा से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम का समापन बाल अधिकारों की रक्षा के लिए सामूहिक संकल्प के साथ किया गया।
कार्यक्रम के अंत में उन बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए जिन्होंने अपनी कक्षा या स्कूल में शानदार प्रदर्शन किया था। चेतना संस्था का उद्देश्य है समाज के हर वर्ग को बाल श्रम के खिलाफ एकजुट करना और बच्चों को सुरक्षित, शिक्षित और सशक्त बनाना।