दुनियाभर में कोरोना महामारी ने तबाही मचा रखी है। भारत में तो हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में देश में रिकॉर्ड तीन लाख 53 हजार नए कोविड मरीज मिले हैं और 2800 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। देश क्या दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में इतने मरीज नहीं मिले थे और न ही इतने लोगों की मौतें हुई थीं। अब ये तो आप जानते ही होंगे कि सर्दी-जुकाम भी वायरस के कारण ही होता है, जबकि कोविड के लिए जो जिम्मेदार वायरस है, उसका नाम सार्स-कोव-2 है।
अब कुछ वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि सामान्य सर्दी-जुकाम वाला वायरस इंसान के शरीर से कोरोना वायरस को भगा सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लास्गो द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि सर्दी-जुकाम के लिए जिम्मेदार राइनो वायरस मौजूदा कोरोना वायरस को हरा सकता है। दरअसल, उनका कहना है कि कुछ वायरस ऐसे होते हैं, जो मानव शरीर को संक्रमित करने के लिए दूसरे वायरस से लड़ते हैं और इसमें सामान्य सर्दी-जुकाम वाला वायरस भी शामिल है।
क्या कोरोना के असर को कम कर सकता है राइनो वायरस?
वैज्ञानिकों का कहना है कि सर्दी-जुकाम वाले राइनो वायरस से इंसानी शरीर को थोड़ी देर के लिए ही फायदा हो सकता है, लेकिन यह शरीर में इस तरह से फैल जाता है कि इससे कोरोना वायरस के गंभीर असर को कम करने में मदद मिल सकती है।
अध्ययन के मुताबिक, रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने पहले इंसान के श्वसन तंत्र जैसा एक ढांचा और कोशिकाएं बनाईं और फिर उन्होंने उसे कोविड-19 और सर्दी-जुकाम वाले राइनो वायरस, दोनों से संक्रमित किया। चूंकि दोनों वायरस को एक ही समय पर छोड़ा गया था, लेकिन सर्दी-जुकाम वाला वायरस अधिक प्रभावी साबित हुआ।
इस रिसर्च से वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर निकले कि अगर कोरोना संक्रमण के शुरुआती 24 घंटों में राइनो वायरस यानी सर्दी-जुकाम वाला वायरस शरीर पर अच्छी तरह अपना कब्जा जमा लेता है तो कोविड-19 वायरस को अपना असर दिखाने में काफी मुश्किल होगी।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर राइनो वायरस से संक्रमित होने के 24 घंटे के बाद कोविड-19 वायरस इंसान के शरीर में जाता है, तो राइनो वायरस उसे बाहर निकाल सकता है। हालांकि इसपर अभी और शोध की जरूरत है। इस शोध को ‘जर्नल ऑफ इन्फेक्शियस डिजीज’ में प्रकाशित किया गया है।
स्रोत और संदर्भ:
अस्वीकरण नोट: यह लेख ‘जर्नल ऑफ इन्फेक्शियस डिजीज’ और यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लास्गो की वेबसाइट पर प्रकाशित स्टडी के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किए गए हैं। किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण हों अथवा आप किसी रोग से ग्रसित हों तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।