सोमवार से जनपद में टीकाकरण का शुरू होगा कार्यक्रम – सीएमओ

आजमगढ़ 15 मई– जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम मे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एके मिश्रा ने बताया है कि जनपद में टीकाकरण कार्यक्रम सोमवार से अब तक के  अपने सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुँचने जा रहा है, जहाँ जनपद के युवा कोविड टीकाकरण करा सकेंगे, परन्तु अब तक के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम से इस बार का अभियान पूर्व में चलाये गये कोविड अभियानों से अलग रहेगा, क्योंकि इस बार पंजीकरण से लेकर बुकिंग दोनो आॅनलाईन ही कराना अनिवार्य है, ना की टीकाकरण सत्र स्थल पर सीधे पहुँच कर पंजीकरण करा लें, इस महत्वपूर्ण बात को सभी लोग अवश्य याद रखें ।
सीएमओ ने कहा कि पूर्व के अभियानों में आॅनलाईन पंजीकरण की बाध्यता नही थी जिससे लोग सत्र स्थल पर ही पंजीकृत हो करके टीका लगवा लेते थे, परन्तु इस बार भारत सरकार का सीधा निर्देश है कि बिना पूर्व में पंजीकरण एवं बुकिंग कराए किसी भी लाभार्थी को टीका नही लगेगाl सीएमओ ने कहा कि जिन लोगों ने पंजीकरण तो पूर्व में करा लिया है उन्हें भी टीका हेतु बुकिंग सत्र स्थल पर पहुँचने से पूर्व कराना अनिवार्य है अन्यथा की स्थिति में टीका नही लगवाया पायेगा, हमारी बुकिंग कल रविवार सुबह 10:00 बजे से आॅन-लाईन शुरू हो जायेगी, जो की 21 प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ साथ मुबारकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं मंडलीय जिला चिकित्सालय पर टीकाकरण हेतु 23 सत्र आयोजित करेगा, जिस इच्छुक व्यक्ति को जहाँ सुविधा हो अपनी बुकिंग कल प्रातः 10 बजे के बाद करा करके आरक्षित करा लें।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा की प्रत्येक सत्र स्थल पर भारत सरकार से प्राप्त कोविडशील्ड टीका ही लगाया जायेगा, जिसका प्रथम डोज़ लगने के उपरांत दूसरे डोज़ के लिए भारत सरकार के नये दिशानिर्देश के क्रम में अब 12 से 16 सप्ताह के बीच का समय निर्धारित किया गया है, ये नियम 18 वर्ष से ऊपर के लिए शुरू हो रहे युवाओं के साथ साथ उन सभी आयुवर्ग के लिए समान रूप से लागू होगा जो पूर्व में 60 वर्ष से ऊपर के वृद्ध जनों का रहा हो या फिर 45-59 वर्ष के बीच के हों सभी पात्र व्यक्तियों को कोविडशील्ड की दूसरी खुराक सरकार द्वारा निर्धारित किए गये नये अवधि के अनुसार अब 12-16 सप्ताह के बीच ही होगी।
सीएमओ ने सोमवार से शुरू हो रहे युवाओं के टीकाकरण अभियान में सत्र स्थल पर पुलिस प्रशासन के सहयोग की भी अपेक्षा की है, जिससे कि टीकाकरण टीम को असुविधाओं का सामना ना करना पड़े और सत्र स्थल पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोग सुरक्षित तरीके से टीका लगवा सकें ।