मऊ. कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों लाखों नौजवान अपनी नौकरी गवां कर घर बैठे हैं और बेरोजगार होकर इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर हैं। ऐसे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। इन सभी के लिए जिला उद्योग केंद्र ने स्वरोजगार के दरवाजे खोल दिए हैं। उत्पादन इकाई स्थापित करने या सेवा क्षेत्र में काम करने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत गांवों में उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए 25 लाख तक का बैंक ऋण दिलाया जा रहा है।
विभाग लागत का 35 फीसद लगभग 8 लाख 75 हजार रूपये की सब्सिडी भी दे रहा है। इस योजना के अंतर्गत 3 वर्ष तक 13 प्रतिशत अधिकतम व्याज लाभार्थी को प्राप्त हो सकेगा। इसके लिए आनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। खंड विकास अधिकारी देव कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि उद्योग की स्थापना करने वाले लाभार्थियों को बहुत अधिक लाभ प्रदान किया जा रहा है। जिसके कारण उद्यम की सफलता की सम्भावनाएं काफी बढ़ गयी हैं। उन्होंने कहा की ग्रामीण क्षेत्र में उद्यम स्थापना के लिए यह योजना काफी सार्थक एवं लाभप्रद है। परन्तु ग्रामीण जन की सहभागिता कम होने के कारण आशानुकूल आवेदन पत्र प्राप्त नहीं हो रहे हैं।
जबकि अनुदान प्राप्त होने की व्यवस्था भी ऑनलाइन होने के कारण यह योजना पूरी तरह पारदर्शी है। योजना की शर्तों के अनुसार आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष एवं अधिकतम 40 वर्ष निर्धारित है। न्यूनतम शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल अथवा समकक्ष उत्तीर्ण होनी चाहिए। साथ ही वह किसी भी बैंक अथवा वित्तीय संस्था का डिफाल्टर न हो। पूर्व में संचालित , मुख्यमंत्री रोजगार योजना एवं अन्य सरकारी योजना में लाभ न प्राप्त किया हो। इन अभिलेखों की पड़ेगी आवश्यकता: शैक्षिक प्रमाण पत्र, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फोटो पहचान प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र सहित आनलाइन आवेदन करना होगा