आजमगढ़ 27 सितम्बर– जिलाधिकारी राजेश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में फसलों के अवशेष जलाये जाने से उत्पन्न हो रहे प्रदूषण की रोकथाम के सम्बन्ध में गठित जनपदीय अनुश्रवण सेल की बैठक की गयीl
उक्त बैठक मे आगामी रबी 2021 में फसलों की कटाई के उपरान्त फसल अवशेष जलाये जाने की घटना को शून्य किये जाने की रणनीति तैयार की गयी। इसके क्रियान्वयन हेतु कटाई प्रारम्भ किये जाने से पूर्व ही प्रत्येक कम्बाईन हावेर्स्टर के साथ सुपर एस0एम0एस0 अथवा अन्य यंत्र यथा स्ट्रा रीपर, स्ट्रा रेक, बेलर, मल्चर, पैडी स्ट्रा चापर, श्रव मास्टर, रोटरी स्लेशर, रिवसिर्बुल एम0बी0प्लाऊ को लगाया जाना अनिवार्य किये जाने एवं सभी कम्बाईन हावेर्स्टर पर जी0पी0एस0 सिस्टम भी अनिवायर् रूप से लगाये जाने की माॅनीटरिंग किये जाने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिये गये।
इस हेतु हार्वेस्टर के भौतिक सत्यापन उपरान्त कृषि विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किये कम्बाईन हावेर्स्टर संचालन की स्थिति पाये जाने पर वाहन सीज किये जाने की कायर्वाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) द्वारा राजस्व लेखपाल की अध्यक्षता में ग्राम प्रधान एवं प्राविधिक सहायक ग्रुप-सी की निगरानी टीम बनाये जाने के निदेर्श दिये। निगरानी समिति अपनी ग्राम पंचायत में पराली जलाने के घटना को रोकने हेतु पूर्णता उत्तरदायी होगी और घटना होने की स्थिति में इनके विरूद्ध दण्डात्मक कायर्वाही की जायेगी। इस सम्बन्ध में जन सामान्य को और जागरूक किये जाने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी के संयोजन में ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता में दिनांक 15 अक्टूबर 2021 के पूर्व कृषकों की बैठक कर लिये जाने के भी निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी द्वारा जनपद में राजस्व, पुलिस एवं कृषि विभाग के कमर्चारी/अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण के समय जनता को जागरूक किये जाने एवं इससे होने वाली हानि से परिचित कराने के निर्देश दिये गये।
उप कृषि निदेशक संगम सिंह द्वारा बताया गया कि निगरानी की रणनीति के तहत जनपद में प्रत्येक कम्बाईन हार्वेस्टर की निगरानी हेतु जी0पी0एस0 सिस्टम के अतिरिक्त कार्मिकवार ड्यूटी भी लगायी।
—-जि0सू0का0-आजमगढ़-27-09-2021—–