• सुपरविजन के लिए 630 सुपरवाइजर हैं तैनात
• दवा खिलाने के लिए 3771 टीमों का हुआ है गठन
आजमगढ़, 3 दिसम्बर 2021
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी ने बताया कि एक स्वस्थ आदमी के अंदर भी फाइलेरिया के विषाणु होते हैं, जिनको मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत दवा खिलाकर बीमारी से बचाने का पूरा प्रयास किया जाता है। यह दवा गठित की गयी टीम के द्वारा ही सभी को सामने खिलाई जाती है। उन्होंने सभी से अपील की है कि फाइलेरिया के इस कार्यक्रम का फायदा सभी आमजन को जरूर उठाना चाहिए, जिससे भविष्य में अपने तथा अपने परिवार को फाइलेरिया से सुरक्षित रखा जा सके।
जिले में 2 दिसंबर 2021 तक 28 लाख, 24 हजार 446 लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा चुकी है। फाइलेरिया संक्रमण से बचाव के लिए घर- घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों को दवा खिला रहे हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी शेषधर द्विवेदी ने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश है कि अपने सामने लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाएं। उन्होंने बताया कि जिले में घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि महिला व पुरुष के हाथ और पैर में सूजन की समस्या होती है । फाइलेरिया के संक्रमण से पुरुषों में हाइड्रोसील (अंडकोष में सूजन) की समस्या आती है। एक बार संक्रमण हो जाने पर उसके ठीक होने में काफी वक्त लगता है। इसके संक्रमण से बचाव के लिए साल में एक बार खिलाई जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन जरूर करें। यह दवा कहीं लेने जाने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के घर पहुंचने पर यह दवा खुद खाएं और अन्य सभी सदस्यों को खिलाएं। उन्होंने बताया कि दो साल से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी यह दवा खा सकते हैं। मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम में 3771 टीमें और इनके सुपरविजन के लिए 630 सुपरवाइजर भी लगे हैं।
लाभार्थियों ने क्या कहा-
1- मनोज मौर्य, निवासी- ग्राम भवानीपुर इटायल, ब्लॉक अतरौलिया ने बताया कि पैर में फाइलेरिया (हाथी पाँव) का संक्रमण है। उनका कहना है कि सभी लोग फाइलेरिया से बचाव की दवा जरूर खाएं ताकि फाइलेरिया को जनपद एवं प्रदेश से मुक्त किया जा सके।
2- कपिलदेव, निवासी- भवानीपुर इटायल, ब्लॉक अतरौलिया ने बताया कि वह काफी समय से फाइलेरिया (हाथी पाँव) से परेशान हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ताओं ने अपने सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घर-घर पहुंच रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने स्वयं दवा खाएं और परिवार के अन्य सदस्यों को भी खिलाएं।