श्री दुर्गा जी पीजी कालेज में महिला सशक्तिकरण पर विचार गोष्ठी आयोजित
आजमगढ़। महिला सशक्तिकरण पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन गुरूवार को चंडेश्वर स्थित श्री दुर्गा जी पीजी कालेज में किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव, सुश्री अनीता जी व विशिष्ठ अतिथि के रूप में महाविद्यालय प्रभारी/अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व आजाद भगत सिंह मौजूद रहे। महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा अतिथियों को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह देकर महाविद्यालय परिवार की तरफ से उन्हेंं सम्मानित किया गया।
महिला सशक्तिकरण की विधिक महत्ता का उल्लेख करते हुए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुश्री अनीता ने कहा कि बच्चियों को उन्हें स्वाभिमानी बनाने तथा अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का उल्लेख किया। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को समझने एवं आवश्यतानुसार उक्त कानून का सदुपयोग करने का सुझाव दिया। साथ ही क्रमवार महाविद्यालय की बेटियों को स्वावलंबी बनाने की सलाह दी।
विशिष्ठ अतिथि एडीएम एफआर आजाद भगत सिंह ने कहा कि आज शासन-प्रशासन की अनेक योजनाएं संचालित हो रही है। मिशन सशक्तिकरण की इस मुहिम को महिलाएं समझे और योजना का लाभ उठाते हुए खुद की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहे। छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने छात्राओं को संकल्प दिलाया कि एक बेटी को कम से कम पांच बेटियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाए।
महाविद्यालय प्राचार्य डा नागेन्द्र द्विवेदी ने महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य व महत्ता का उल्लेख करते हुए बच्चियों को निडर जीवन जीने की प्रेरणा दी।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष कार्यक्रम सचिव डा प्रवेश सिंह ने विषय परिवर्तन करते हुए कहा कि अब नारी अबला नहीं रहीं बेटियों सबल होकर पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर न सिर्फ राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान दे रही है बल्कि फाइटर विमान उड़ाकर दुश्मनों के दांत खट्टे कर रही है। इतना हीं नहीं, वे अंतरिक्ष भेद रही हैं उन्होंने कहा कि अब नारियां झिझक छोड़कर परिवार समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपना शत प्रतिशत योगदान दें। डा प्रवेश सिंह ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ेगी बेटियां तभी तो बढ़ेगी बेटियां , बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ व अन्य कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए स्वावलंबी बनने को कहा। कार्यक्रम में छात्राओं ने स्लोगनों के माध्यम से छात्राओं को जागरूक किया वहीं काव्य पाठ उद्बोधन के माध्यम से जनजागरण का उद्घोष किया।
इस मौके पर एनएन चौबे, डा इन्द्रजीत, डा बृजेश, डा संतोष, डा सुनील, डा अजीत, डा राजेश, डा कौशल, डा वीरेन्द्र, इंजी जितेन्द्र, डा रामानंद, डा हर्ष गौतम, डा राजीव, डा फखरे आलम, डा चन्द विकास, डा विष्णु, डा रवीन्द्र कुमार, डा अशोक, डा राजेश, डा प्रकाश, डा सर्वेश आदि सहित छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।