लखनऊ। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जुल्म इतना बुरा नहीं है, जितना खामोशी है। बोलना सीखो, वरना पीढ़ियां गूंगी हो जाएंगी। सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस से हटके हम एक अलग नीति पर चल रहे हैं, जिसकी वजह से पूरे देश में सुभासपा की चर्चा है। सिर्फ सोच से आज किसी पार्टी की हिम्मत नहीं है कि पिछड़ों, गरीबों और वंचितों के सवाल पर बोले। वे रविवार को दारुलशफा में पार्टी के प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियों व विचारधारा को गांव स्तर तक कैसे पहुंचाया जाए। पार्टी के साथ लोगों को कैसे जोड़ा जाए, इस पर प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले सभी पदाधिकारियों के विचारों व सुझावों को लिया गया। इस दौरान उन्होंने पार्टी के मुख्य उद्देश्यों को भी बताया। उन्होंने पदाधिकारियों का आह्वान किया कि पार्टी जो जिम्मेदारी दे, उसे तय अवधि में पूरा करें।
पार्टी को कम समय में मजबूत करने के उद्देश्य से प्रदेश को पूर्वांचल, मध्य, पश्चिमांचल व बुंदेलखंड में विभाजित किया गया है। इनके अलग से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। पदाधिकारी मुद्दों के साथ सड़क पर संघर्ष करने के साथ ही गांवों में जाकर लोगों से संवाद करें। महिलाओं को संगठन के सभी विंग में जोड़ने का काम भी किया जाए। कार्यक्रम का संचालन पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर ने किया। इसमें 200 पदाधिकारियों ने भाग लिया।