मेरठ। हस्तिनापुर में बैंक मैनेजर संदीप की पत्नी शिखा और बेटे रुद्रांश की हत्या का खुलासा रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं. हरीश गुर्जर ने दोहरे हत्याकांड में हैवानियत की सभी हदें पार कर दी हैं. जी-फाइव पर रिलीज हुई वेव सीरिज दुर्गा और फोरेंसिंक देखकर दोहरे हत्याकांड की वारदात को अंजाम दिया है. पूछताछ में उसने बताया कि काफी दिनों से संदीप के खिलाफ प्रतिशोध की आग धधक रही थी. वेव सीरिज देखने के बाद हत्या कर बचने का तरीका सीखा. लेकिन सफल नहीं हो सका. हरीश ने वारदात में मोबाइल का उपयोग भी नहीं किया है. चेहरा छिपाने के लिए गंगानगर से हेलमेट खरीदा था. संदीप के परिवार के शक जाहिर करने पर हरीश पुलिस के हत्थे चढ़ गया. एक दिन की पूछताछ के बाद हरीश ने मुंह नहीं खोला था. हरीश की पत्नी डोली को हिरासत में पूछताछ की गई.
तब डोली ने बताया कि हरीश सोमवार की सुबह आठ बजे घर पर मोबाइल छोड़कर निकला था. शाम को सात बजे घर वापस लौटा. तभी पुलिस समझ गई और हरीश से कड़ाई से पूछताछ की, तब हरीश टूट गया. हरीश का अतीत भी एक फिल्मी कहानी से कम नहीं है. हरीश गुर्जर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह मूलरूप से विजयनगर गाजियाबाद के रहने वाला है. उनके पिता की रंजिश अन्य लोगों से होने की वजह से नोएडा के होशियारपुर निवासी जसवंत को पालन पोषण के लिए दे दिया था. तब से जसवंत ने पढ़ाया और टैक्सी चलाने का काम करने लगा. हस्तिनापुर की रहने वाली डोली हरीश के दोस्त से प्यार करती थी. उसके दोस्त ने डोली से शादी करने से इन्कार कर दिया. तब हरीश ने डोली से दोस्ती कर शादी कर ली. 14 साल पहले हुई इस शादी से दीपक और संदीप दोनों भाईयों में नाराजगी थी. यही कारण है कि हरीश ने एक बार डोली को छोड़ने का मन बना लिया था. तब हापुड़ में संदीप और हरीश में मारपीट तक हो गई थी. तब संदीप ने अपने घर में हरीश के प्रवेश पर भी रोक लगा दी थी. तभी से हरीश के मन में संदीप के खिलाफ प्रतिशोध की भावना आ गई थी.
हाल में ओटीटी प्लेटफार्म जी-फाइव पर रिलीज हुई दुर्गा और फोरेंसिंक मूवी को देखकर हरीश ने हत्या का प्लान तैयार किया. उसने हस्तिनापुर पहुंचकर संदीप की गर्भवती पत्नी और बेटे की हत्या कर दी. हरीश को मेहमान समझकर शिखा ने घर के अंदर बुलाया था. हरीश के साथ उसके बहनोई शेरसिंह का चचेरा भाई रवि भी मौजूद था. हरीश और रवि ने मिलकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. रवि की जेब से मिले सुसाइड नोट में उसने बताया कि जेल में जाने के बाद भी संदीप के बेटे रुद्रांश की हत्या का कर्ज नहीं चुका सकता हूं, इसलिए जान दे रहा हूं. उसने बताया कि बच्चे की हत्या का सीन उसके जहन से गायब नहीं हो रहा है, जबकि हरीश को अपने किए पर कोई पछताव तक नहीं था. उसने एक दिन तक पुलिस को भी गुमराह किया था. वेव सीरिज की तर्ज पर हरीश खुद का बचाव करते हुए चल रहा था. उसने मोबाइल को चलता हुआ घर पर छोड़ दिया था.
पत्नी डोली को आदेश भी दिया था कि उसकी काल रिसीव करती रहे. मवाना बस स्टैंड से हरीश ने बैग खरीदा था. घर के अंदर से ज्वैलरी और नकदी ले जा सकें. हत्या करने के बाद स्कूटी से वापस लौटा तो गंगानगर से हेलमेट खरीदा, ताकि उसका चेहरा दिखाई नहीं दें. उसके बाद भी हरीश पुलिस की नजर से बच नहीं सका. हरीश की हैवानियत से तीन परिवार बर्बादी के कगार पर पहुंच गए. संदीप की पत्नी और बच्चे की हत्या से सबकुछ खत्म हो गया. हत्या करने के लिए साथी बनाए रवि ने खुद ही आत्महत्या कर ली. साथ ही खुद के जेल जाने से अपना परिवार भी बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया. पत्नी डोली परिवार के ताने सुन रही है, दो बच्चों की परवरिश भी डोली को ही उठानी पड़ेगी. एसएसपी रोहित सजवान का कहना है कि हरीश को सजा दिलाने के लिए फोरेंसिंक और मौके से मिले साक्ष्य जुटाकर आरोप पत्र तैयार किया जा रहा है.