इस संदेश को पूरा ध्यान से पढ़ें और जागरूक बने – यशवंत सिंह पूर्व मंत्री की कलम से

मा.श्री यशवंत सिंह सदस्य विधान परिषद उत्तर प्रदेश एमएलसी प्रतिनिधि अशोक पाण्डेय !प्रधान प्रतिनिधि आलोक पाण्डेय युवा समाज सेवक सुरक्षा अधिकारी आकाश राय ……………….
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं हमारे और आप सब के प्रेरणा स्रोत पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह जी जिनका जन्मदिन 17 अप्रैल को मनाया जाएगा आप सभी लोग जानते हैं आज देश कोरोना जैसे महामारी से लड़ रहा है इसलिए आप सभी लोग अपने घरों में रहकर उनका जन्मदिन मनाएं यही उनके लिए सबसे बड़ी बड़ी प्रार्थना होगी नेताजी के लिए सबसे पहले उनका देश था नेताजी एक क्रांतिकारी विचार के नेता थे जो कि वह अपने जीवन में किसानों के हित में जवानों के हित में गरीबों के हित में बात करते थे बागी बलिया के संस्कारों के चलते पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी ने चुना बगावत का रास्ता वह हमेशा कहते थे आराम हराम है
जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एक किसान के बेटे थे वह लोगों के हर सुख-दुख को समझते थे हम उनके बिचार का पालन करके अपने जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं प्रधानमंत्री जी का जीवन खुली हुई किताब है
जितना ही पढ़ेंगे उतना ही अपने आप को हमेशा परिवर्तित पाएंगे
राजनीति में इन्हें छात्र जीवन से ही दिलचस्पी थी. उस वक्त देश प्रेम ही जीवन था, हर व्यक्ति बसंती चोला पहने अपने देश प्रेम में लिप्त होता था. चंद्रशेखर की भाषाशैली अनुपम एवम तीव्र थी, उसमे इतनी सच्चाई और दृढता थी कि कोई उनकी बात काट नहीं सकता था. पक्ष हो या विपक्ष वो सभी के लिए सम्मानीय एवम सभी को मार्गदर्शन देते थे क्यूंकि इनमें निजी स्वार्थ का भाव था ही नहीं. चंद्रशेखर जी युवाओं के लिए प्रेरणा के प्रतिबिम्ब रहे, इन्होने युवाओं को जगाने का भरपूर प्रयास किया. उनका मानना था, “युवा को शक्ति मानने वाला ही, देश को एक स्वस्थ्य प्रगति की तरफ बढ़ाता है, क्यूंकि उसमें स्वहित के बजाय राष्ट्र के कल्याण का भाव होता है.”
उनके जीवन के रहस्य कुछ इस तरह है
चंद्रशेखर आग पर क्रांतिकारी थे

चंद्रशेखर ने अपने छात्र जीवन में राजनीति की ओर एक प्रवृत्ति की थी। वह जलते हुए आग के अपने क्रांतिकारी विचारों के लिए जाना जाता था। चंद्रशेखर ने 1950-1951 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की।
बहुत कम भारतीय राजनेता देश की समस्याओं को समझ पाते है और उसी के लिए समाधान खोजने में सफल हो पते हैं. ऐसा ही एक विजयी राजनीतिज्ञ चंद्रशेखर सिंह जी है, जो वी.पी.सिंह के बाद, भारत देश के 8 वें प्रधानमंत्री बने. इनका कार्यकाल छोटा जरुर रहा, लेकिन इनको एक मजबूत प्रधानमंत्री व इनके कार्यकाल को भारत देश की राजनीती में असरदार कार्य के लिए याद किया जाता है. पूर्व प्रधानमंत्री के कार्यकाल में बहुत अधिक अविश्वास उत्पन्न हो जाने के कारण देश की हालत बहुत नाजुक दौर से गुजर रही थी, उस वक्त ऐसे लीडर की जरुरत थी, जो निज़ी स्वार्थों से उपर राष्ट्रहित में कार्य करे . चंद्रशेखर ने इन परिस्थितियों में एक अच्छी राजनीति देश को दी. एक छोटी अवधि के लिए कार्यालय में होने के बावजूद, वे पूर्णता और राजनीतिमत्ता के साथ अपने नेतृत्व के गुणों को प्रदर्शित करते थे.

चंद्रशेखर जी को हमेशा भारतीयों द्वारा एक मेहनती और ईमानदार राजनेता के रूप में याद किया जाएगा।

नेताजी हमारा देश आपके विचार आपके इमानदारी आपके कार्यों का सदैव ऋणी रहेगा आप जैसे महान नेता के ना रहने से हमारे देश को बड़ा नुकसान है
मुझे विश्वास है कि आप की लिखी हुई जो किताब है अगर उसे आज का युवा पड़ेगा अपने जीवन को पूरी तरह से देश के प्रति समर्पित कर देगा और आपके विचार का पालन करते हुए देश का वह विकास करेगा

इस अवसर पर आपको कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए कुछ उपाय बताते हैं
सुरक्षा के नियमों का पालन करें अपने घरों में रहे
किसी का हाथ छूना नहीं लेकिन किसी का साथ छोड़ना नहीं

कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या करें:
1. व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखें।
2. बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। साबुन और पानी से हाथ धोएं या शराब पर आधारित हाथ रगड़ें।
3. साफ-सुथरे दिखने वाले हाथों को लगातार धोते रहें।
4. छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या ऊतक से ढकें।
5. उपयोग के तुरंत बाद उपयोग किए गए ऊतक को एक बंद डिब्बे में फेंक दें।
6. बातचीत के दौरान व्यक्ति से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, खासकर ऐसे व्यक्तियों के साथ जो फ्लू जैसे लक्षण दिखाते हैं।
7. अपनी कोहनी के अंदरूनी तरफ छींकें, अपने हाथों की हथेलियों में विशेष नहीं।
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