मुख्‍यमंत्रियों के साथ बैठक में पीएम मोदी बोले, जहां शारीरिक दूरी का पालन नहीं हुआ, वहां बढ़ा कोरोना संकट

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के उपायों को और मजबूत करने तथा 54 दिनों की राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर आने की रणनीति पर सोमवार को मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई इस वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि जहां कहीं हमने शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया, वहां समस्याएं बढ़ी हैं। यह जरूरी था कि लॉकडाउन के दौरान जो लोग जहां हैं, वहीं रहें। लेकिन कुछ लोग घर जाना चाहते हैं, इसलिए फैसले में बदलाव किया गया। हालांकि उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया यह मानती है कि भारत ने कोरोना से अपना बचाव सफलतापूर्वक किया है। इसमें राज्यों ने अहम भूमिका अदा की है।

गांवों को इस संकट से बचाना होगा

उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि आपके सुझावों के आधार पर हम देश की आगे की दिशा तय करने समर्थ होंगे। हमें आगे की चुनौतियों के लिए एक संतुलित रणनीति बनानी होगी और उसे लागू भी करना होगा। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि लॉकडाउन में छूट के बावजूद कोरोना वायरस का संक्रमण गांवों तक नहीं फैले। हमें गांवों को इस संकट से बचाना होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि राज्य केंद्र के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कैबिनेट सचिव, राज्यों के सचिव के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्‍होंने कहा कि ऐसे मौके पर संतुलित रणनीति के साथ आगे बढ़ें। इसके साथ जो चुनौतियां सामने हैं, उन पर काम करें। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी के सुझावों से दिशा-निर्देश निर्धारित होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्यों ने जिम्मेदारी निभाई है, दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा।

पहले से ज्यादा फोकस्ड होगी कोरोना से लड़ाई  

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें यह समझना होगा कि अब कोरोना से लड़ाई पहले ज्यादा फोकस्ड होगी। आगे हमें इसके फैलाव को रोकना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि लोग शारीरिक दूरी (दो गज की दूरी) समेत सभी ऐहतियाती कदमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि अब हमें कोरोना के भौगोलिक फैलाव को लेकर अपेक्षाकृत साफ संकेत मिल रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों में अधिकारियों ने इसके लिए जिले स्तर तक की ऑपरेटिंग प्रक्रिया को समझा है। जिला स्तर के अधिकारियों को भी पता चल चुका है कि ऐसे वक्त में कौन-कौन से कदम उठाने चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें साफ पता चल चुका है कि देश के किन-किन इलाकों में Covid 19 का खतरा ज्यादा है और अभी कौन से इलाके बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। कैबिनेट सेक्रटरी ने सोमवार को भी राज्यों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों को ताजा हालात के साथ-साथ भारत सरकार की तरफ से उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराया।

प्रधानमंत्री ने आने वाले दिनों में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद जताते हुए कहा कि धीरे–धीरे ही सही, लेकिन निश्चित रूप से देशभर के कई हिस्सों में आर्थिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ रही हैं। प्रवासी मजदूरों के अपने गृह राज्य लौटने में हो रही परेशानियों तथा उद्योगों को फिर से शुरू करने में होने वाली दिक्कतों पर भी बैठक में चर्चा हुई।

अंत में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से जंग जरूर मिलेगी। आपके उत्‍साह के बदौलत कोरेाना को हराएंगे। कोरेाना से नई जीवन शैली विकसित होगी। और भी आर्थिक गतिविधि शुरू करने पर विचार होगा। जो अपनी पूरी बात नहीं रख पाएं वे 15 मई तक सुझाव दें। इस बैठक में केंद्र की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन तथा स्वास्थ्य मंत्री हषर्षवर्धन और अन्य लोग शामिल हुए।