मुंबई। पहली बार संवैधानिक पद के लिए चुनाव में उतरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी और अपने परिवार की 143.26 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। इसमें चल और अचल संपत्ति शामिल है, लेकिन उनके पास कोई कार नहीं है। उन्होंने कर्ज समेत 15.50 करोड़ रुपये की देनदारी दिखाई है। 21 मई को होने जा रहे महाराष्ट्र विधान परिषद की नौ सीटों के चुनाव के लिए मुख्यमंत्री समेत 14 प्रत्याशियों ने सोमवार को नामजदगी का पर्चा भरा है।
सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग के सामने पेश अपने पहले चुनाव शपथ पत्र में ठाकरे ने अपनी वित्तीय संपत्तियों और आय के स्रोत की जानकारी सार्वजनिक की है। उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे शिवसेना पार्टी के मुखपत्र सामना की संपादक भी हैं। शपथ पत्र के अनुसार, विभिन्न कारोबार से उन्हें आय होती है। उद्धव के खिलाफ पुलिस में 23 शिकायतें दर्ज हैं जिनमें से 14 सामना और हिंदी में प्रकाशित होने वाले दोपहर का सामना में अपमानजनक सामग्री से संबंधित हैं।
चूंकि उद्धव ने अपने दोनों बेटों को आश्रित नहीं दर्शाया है, इसलिए उनकी संपत्ति और देनदारी को शपथ पत्र में शामिल नहीं किया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और सत्तारूढ़ गठबंधन के चार अन्य उम्मीदवारों ने 21 मई को होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। नामंकन दाखिल करते समय उद्धव के साथ पत्नी रश्मि ठाकरे, पुत्र आदित्य ठाकरे और शिव सेना से राज्यसभा सदस्य संजय राउत मौजूद थे।
महाराष्ट्र विधान परिषद के उपाध्यक्ष नीलम गोर्हे ने भी शिवसेना से पर्चा भरा। इसके अतिरिक्त राकांपा नेता शशिकांत शिंदे और अमोल मितकारी और कांग्रेस के राजेश राठौड़ ने भी नामांकन दाखिल किया। मालूम हो कि राज्य विधान परिषद की नौ सीटों के लिए 21 मई को चुनाव होने हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास आघाड़ी ने अपने पांच प्रत्याशियों को उतारा है। उद्धव ठाकरे का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है।