साम्बा: जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की है कि विभिन्न क्वारंटीन सेंटरों में रखे गए कश्मीरी लोगों को ईद से पहले उनके घरों में पहुंचाया जाए। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मंजीत सिंह ने आज कहा कि ईद के त्यौहार से पहले साम्बा के संगरोध केंद्रों से कश्मीरी लोगों को उनके संबंधित जिलों में स्थानांतरित किया जाए।
जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राज्य के बाहर पढ़ाई या नौकरी करने वाले हजारों कश्मीरी लॉकडाउन के दौरान लखनपुर से होकर लौटते समय संगरोध केन्द्रों में रखे गए हैं और वहाँ काफी असुविधाओं का सामना कर रहे हैं जिन्हें घर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि नागरिक प्रशासन उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने में सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा है; लेकिन उन्हें (कश्मीरी लोगों को) अपने घर से दूर रखने से उनके बीच मानसिक तनाव बढ़ेगा, ऐसे में अधिकारियों को लोगों की चिंताओं को समझना चाहिए और नियंत्रित तरीके से उन्हें उनके गृह जिलों में भेजने के लिए परिवहन की सुविधा प्रदान करनी चाहिए।
उन्होंने उपराज्यपाल गिरीश चंदर मुर्मू से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने की अपील की और कुलगाम जैसे जिले के लोगों को भी साम्बा जिले के केंद्रों में रखा गया है। जेकेएपी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति पाजिटिव पाया जाता है, तो उसे संगरोध किया जाना चाहिए, लेकिन बाकी लोगों को घर भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्व, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी क्वांरटीन सेंटरों में व्यस्त हैं, जिससे आधिकारिक काम में बाधा आ रही है। अधिकारियों के अन्य कार्यों में व्यस्त होने के कारण स्थानीय लोग भी अस्पतालों, पुलिस और राजस्व विभागों में समस्याओं का सामना कर रहे हैं और नियमित कार्य नहीं कर रहे हैं।