आजमगढ़ : फसलों को कम लागत में अधिक पैदावार लेने का कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया उपाय

प्रेस नोट
आजमगढ़ 10 दिसंबर– कृषको की आय दोगुनी करने के परिपेक्ष में जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्री सुधीर कुमार द्वारा किसान भाईयों को बताया गया कि फसलों को कम लागत में अधिक पैदावार लिया जा सकता है। इसके लिए भूमि शोधन व बीज शोधन एक महामंत्र है। जिसके अन्तर्गत भूमि शोधन से ही कई प्रकार के कीट जैसे दीमक, गुझिया, सफेद गिडार व सूत्रकृमि आदि को नियन्त्रित किया जा सकता है। इसी प्रकार बीज शोधन से कई प्रकार के फफूंदी जनित रोग जैसे- उकठा, कण्डुवा, सफेद गेरूआ झुलसा व तुलासिता आदि भयंकर रोगो को कम लागत में नियन्त्रित किया जा सकता है।
भूमि शोधन हेतु ब्यूबेरिया बेसियाना एक जैविक कीटनाशक है, जिसकी 2.50 किग्रा0 मात्रा प्रति हे0 की दर से 50-60 किग्रा0 सड़ी हुई भुरभुरी गोबर की खाद में मिलाकर एक सप्ताह तक जूट की बोरी से ढककर छाया में रख दें और नमी बनाये रखें। खेत की तैयारी करते समय अन्तिम जुताई के समय यथा सम्भव सायंकाल बिखेरकर मिट्टी में मिला दें। ट्राइकोडर्मा एक जैविक फफूंदीनाशक है। इससे भूमि शोधन उपरोक्त लिखित ब्यूबेरिया बेसियाना की तरह किया जा सकता है। कार्बोफ्यूरॉन 3 जी0 एक रसायनिक कीटनाशक है जिसकी 25-30 किग्रा0 मात्रा प्रति हे0 खेत की तैयारी के समय अन्तिम जुताई में मिला दें।
बीज शोधन, जीवक एवं रासायनिक फफूंदीनाशको द्वारा किया जा सकता है। जैविक फफूंदीनाशक के रूप में ट्राइकोडर्मा 4 ग्रा0 प्रति किग्रा0 बीज की दर से शोधित करने के उपरान्त बुआई करें। रसायनिक फंफुदीनाशक थीरम 75 प्रतिशत डब्लू0एस0 की 2.5 ग्रा0 प्रति किग्रा0 बीज या कार्बेण्डाजीम 50 प्रतिशत डब्लू0पी0 की 2 ग्रा0 प्रति किग्रा बीज में से किसी एक रसायनिक फंफुदीनाशक से बीज शोधन के उपरान्त ही बुआई करें।

——-जि0सू0का0 आजमगढ़-10.12.2022——–