जमशेदपुर। जमशेदपुर शहर के आपराधिक इतिहास में गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर एक चर्चित नाम है। न सिर्फ जमशेदपुर में, बल्कि पूरे प्रदेश में। आपराधिक गलियारों में बड़ा नाम होने के बाद राजा पीटर तब पूरे देश में चर्चित हुआ जब उसने झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को 2009 विधानसभा उपचुनाव में करारी शिकस्त दी। कैबिनेट में मंत्री पद भी हासिल कर लिया।
फराटेदार अंग्रेजी बोलने वाला पीटर वर्तमान में तमाड़ के पूर्व विधायक स्व. रमेश सिंह मुंडा की हत्या के आरोप में 2017 से जेल में बंद है। एनआइए ने नक्सलियों से गठजोड़ और हत्या के आरोप में उसे गिरफ्तार किया है। उच्च न्यायालय से उसकी जमानत खारिज हो चुकी है। परिवार मूल रूप से तमाड़ के उलीडीह ग्राम बौतिया बरलंगा टोला कामारापा का रहने वाला है। राजा पीटर के पिता खतरा मोहन पातर टाटा स्टील में कर्मचारी थे। वर्तमान में भी राजा पीटर का भाई कंपनी में कर्मचारी है। राजा पीटर का जमशेदपुर में जन्म हुआ। टाटा स्टील में अप्रेंटिस करने के बाद उसने टाटा स्टील में ही कई वर्षों तक नौकरी की। सिदगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित बारीडीह में उसका आवास था।