नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) क्षेत्रीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय योजना को लागू करने की मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार मजदूरों को पैकेज नहीं उनके खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर करे।
राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश इस समय एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है। लोगों को आज पैसे की जरूरत है। ऐसे में सरकार को साहूकार के जैसे काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को लगता है कि अगर हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ जाएगा तो विदेश की जो एजेंसियां हैं, वे हमारी रेटिंग कम कर देंगी। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हिन्दुस्तान की जो रेटिंग है वो हिन्दुस्तान के लोगों से है। इसलिए सरकार को विदेश के बारे में सोचकर काम नहीं करना चाहिए।
I have heard that the reason behind not giving money is ratings. It is being said that if we increase our deficit today, the foreign agencies will downgrade our ratings: Rahul Gandhi, Congress https://twitter.com/ANI/status/1261549263227518977 …
ANI✔@ANI
Today our poor people need money, I am requesting Prime Minister Narendra Modi that he should reconsider this package. He should consider direct bank transfer, MGNREGA for 200 days & money to farmers directly, as these people are our future: Rahul Gandhi, Congress
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आज हमारे गरीब लोगों को पैसे की जरूरत है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि वह इस पैकेज पर पुनर्विचार करें। वो मजदूरों के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर करने पर विचार करें। क्योंकि ये लोग हमारा भविष्य हैं। सरकार प्रवासी मजदूरों को ज्लद से जल्द अपने घरों तक पहुंचाए।
राहुल गंधी ने कहा कि सरकार को धीरे-धीरे सावधानी और समझदारी के साथ लॉकडाउन को हटाना पड़ेगा। सरकार को यह देखना होगा कि कोरोना वायरस की वजह से लोगों की जान न जाए। उन्होंने कहा कि आप यह मत सोचिए की तूफान आ गया है, यह आ रहा है और बड़े आर्थिक नुकसान का कारण बनेगा और इससे कई लोगों को नुकसान झेलना पड़ेगा।
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना संकट से जूझ रहे सभी मजदूरों के खातों में कम से कम 7500 रुपये डाले जाने की मांग की थी।