तिरुमला। भगवान बालाजी मंदिर के प्रशासनिक निकाय तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (Tirumala Tirupati Devasthanam, TTD) ने लॉकडाउन के दौरान भगवान बालाजी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अनुमति देने की तैयारी की है। टीटीडी अधिकारियों ने कहा कि दर्शन के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी। अधिकारी ने कहा, ‘हम सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए अनुमति देंगे। आंध्र प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारी तिरुपति से तिरुमला तक बसें चलाने की व्यवस्था कर रहे हैं।’
निगम (Andhra Pradesh State Road Transport Corporation) के अधिकारी ने बताया कि बसों में निशान बनाए गए हैं। बस परिसर और टिकट काउंटर पर शारीरिक दूरी के लिए व्यवस्था की गई है। जैसे ही लॉकडाउन प्रतिबंध में ढील दी जाएगी और मंदिर खुलेगा, पथ परिवहन निगम बसों का संचालन शुरू कर देगा। 49 सीटों वाली बसों में 30 यात्री ही सवार होंगे। 47 सीटों वाली बसों में 28 यात्री सवार होंगे। 45 सीटों वाली बसों में 25 यात्रियों को अनुमति दी जाएगी। हालांकि इसके लिए हर यात्री को मास्क पहनना जरूरी होगा।’
अधिकारी ने बताया कि हम बसे चलाने के लिए तैयार है। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (Tirumala Tirupati Devasthanam, TTD) श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन की इजाजत देगा वैसे ही बसें शुरू कर दी जाएंगी। हम हर दिन दिन पर बसों का मेंटिनेंस कर रहे हैं। बसें अच्छी कंडिशन में हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हम 50 फीसद सीटें खाली रखेंगे। बस स्टेशनों पर पैरों से चलने वाली सेनेटाइजर मशीनें लगी होंगी। हालांकि किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। किराया पुरानी दर पर ही वसूला जाएगा।
इधर, श्री माता वैष्णोदेवी प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा की इजाजत देने की तैयारी कर रहा है। यात्रा शुरुआती चरणों में सीमित स्तर पर ही चलाए जाने की तैयारी है। यात्रा का आकार और स्वरूप क्या रहेगा उस पर मंथन चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि प्रतिदिन पांच हजार लोगों को ही यात्रा की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला केंद्र ही करेगा। मालूम हो कि श्रीमाता श्राइन बोर्ड ने लॉकडाउन से पूर्व ही 18 मार्च को श्रीमाता वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी थी। अब लॉकडाउन के चौथा चरण के बीच श्राइन बोर्ड ने अपनी तैयारियों को आरंभ किया है।