कौशांबी: प्रेम में राहुल से बनी रागिनी, लिंग परिवर्तन के बाद की शादी फिर बनाए संबंध बनाए, फिर जो हुआ

कौशांबी। कौशाम्बी कोतवाली इलाके के राहुल ने आरोप लगाया है कि वह अपने प्रेमी के लिए राहुल से रागिनी बन गई। प्रेमी ने उसका लिंग परिवर्तन कराने के बाद मंदिर में मांग भी भरी। शारीरिक संबंध बनाए। अब अपनाने से इनकार कर रहा है। पुलिस से शिकायत की। लेकिन मामला यह फंसा है कि मुकदमा की किस धारा में लिखा जाए। राहुल ने बताया कि वह नौटंकी में नाचने का काम करता था। वर्ष 2016 में पड़ोसी गांव के युवक ने उसे प्रेम-प्रसंग में फंसाया। पत्नी बनाकर रखने का वादा कर कई बार कुुकर्म किया। इसके बाद उसे बेहोश कर किसी अस्पताल में ले गया और धोखे से लिंग परिवर्तन करा दिया।
आरोप है कि कई साल साथ गुजारने के बाद अब प्रेमी से पति बने युवक ने उससे दूरी बना ली। फोन पर बात भी नहीं करता है। पति के घरवाले उसके यहां से जबरन छह लाख रुपये भी ले गए। उसे धमकी दी जा रही है। इंस्पेक्टर महेश चंद्र का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में है। राहुल से रागिनी बने युवक ने कुकर्म की बात कही है। लेकिन वह यह नहीं बता पा रही है कि सर्जरी किस अस्पताल में कराई गई। मामला पेचीदा है। वरिष्ठ अफसरों के संज्ञान में लाया गया है। मामले की जांच के बाद उचित धारा में केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।इस संबंध में मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मोहित जैन ने बताया कि लिंग परिवर्तन में तकरीबन डेढ़ साल का समय लगता है। इसके लिए न्यूरोलॉजिस्ट, मनोवैज्ञानिक, प्लास्टिक सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ का पैनल मरीज की काउंसलिंग करता है। काउंसलिंग के आठ से दस सेशन होते हैं। मनोचिकित्सक की मुहर के बाद ही प्रक्रिया शुरू होती है। करीब छह माह तक हार्मोंस बदलने की प्रक्रिया चलती है। फिर सर्जरी की जाती है। जो बेहद जटिल होती है।