खबर विशेष : एंटीबॉयोटिक लेने से जीभ हो गई हरी, उग आए काले बाल, डॉक्‍टर भी देखकर हैरान

 

इंसानों के शरीर पर बाल होते हैं, यह तो हम सब जानते हैं, लेकिन कभी आपने सुना है कि किसी की जीभ पर बाल उग आएं. शायद नहीं. मगर अमेरिका में एक शख्‍स के साथ बिल्‍कुल ऐसा ही हुआ. वजह जानकर आप और भी चौंक जाएंगे.

कल्पना कीजिए कि अगर आपकी जीभ हरी हो जाए और बाल उगने लगें तो कैसा महसूस होगा. अमेरिका में एक शख्‍स के साथ बिल्‍कुल ऐसा ही हुआ. जीभ अचानक हरी होने लगी और उस पर काले बाल उग आए. आप जानकर हैरान होंगे कि इसकी वजह एक ऐसी गलती थी जो अक्‍सर हम सब करते रहते हैं. गनीमत हमारे साथ ऐसा नहीं होता. यह बेहद दुर्लभ मामला है.

अमेरिकन एकेडमी ऑफ ओरल मेडिसिन में पब्‍ल‍िश रिपोर्ट के मुताबिक, यह तब हुआ जब 64 साल का यह शख्‍स सिगरेट पीने के साथ ही एंटीबायोटिक्स भी लेने लगा.जब उसे अंदाजा हुआ तो भागता हुआ डॉक्‍टर के पास पहुंचा. डॉक्‍टरों ने इलाज किया और यह ठीक हो गया.डॉक्‍टरों ने बताया कि उसकी जीभ की त्‍वचा कोश‍िकाओं में असमान्‍य कोटिंग हो गई थी. यह छोटे और शंक्‍वाकार उभार की तरह दिख रही थी. मेडिसिन की रिएक्‍शन की वजह से ऐसा हुआ.जब भी ऐसा होगा तो बाल की तरह दिखने लगेगा. अगर आप इसे खुरचें तो लगभग एक इंच तक लंबे बाल निकलेंगे.

गंभीर बीमार‍ियों की वजह

डेली स्‍टार की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्‍टरों ने कहा-यदि इनका उपचार न किया जाए तो ये बैक्टीरिया, भोजन और यीस्ट जैसे अन्य पदार्थों को फंसा सकते हैं, जो गंभीर बीमार‍ियों की वजह बन सकते हैं. एंटीबॉयोटिक के रिएक्‍शन की वजह से जीभ भूरी, सफेद, हरी या गुलाबी किसी भी रंग की हो सकती है. यह निर्भर करता है कि वह शख्‍स माउथवॉश या कैंडी खाता है या नहीं. जर्नल द्वारा जारी की गई तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि आदमी की जीभ चमकीली हरी हो गई है, और बालों जैसी लटों से भी ढकी हुई है. ज्‍यादातर साफ सफाई न होने से ऐसी दिक्‍कत आती है और आमतौर पर 40 साल से ज्‍यादा उम्र वाले लोगों पर इसका असर होता है. जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनकी जीभ पर बैक्टीरिया और प्लाक विकसित हो जाते हैं. हालांकि, धूम्रपान को इस स्थिति के लिए सिर्फ एक वजह बताया गया. लेकिन यह नहीं पता चला कि शख्‍स कितने समय से ऐसा कर रहा था.

एंटीबॉयोटिक क्लिंडामाइसिन लगातार लेने से दिक्‍कत

एंटीबॉयोटिक क्लिंडामाइसिन लगातार लेने की वजह से उसे यह दिक्‍कत हुई. मसूड़ों में संक्रमण आने की वजह से वह एंटीबॉयोटिक्‍स ले रहा था.एंटीबायोटिक्स मुंह के माइक्रोबियल संतुलन में बाधा डाल सकते हैं, क्योंकि यह बैक्टीरिया की संख्या और प्रकार को बदल देता है. रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी की जीभ पर ऐसा हो गया तो उसे सामान्‍य दर्द या जलन अनुभव हो सकता है. किसी और तरह की दिक्‍कत नहीं होती. कुछ लोग इसे साफ भी कर लेते हैं. ओहियो के रहने वाले इस व्यक्ति को हर दिन चार बार टूथब्रश से धीरे-धीरे साफ़ करने को कहा गया था. सिगरेट न पीने की सलाह भी दी गई. लगभग छह महीने बाद उसकी मुँह की हेयरलाइन पूरी तरह से कम हो गई थी ।