पुलिसकर्मियों बने चोर, चोरों से लुट लिए 3.6 लाख रुपए…हुए निलंबित, भेजे गए जेल

गाजियाबाद। जिले की एक घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस फिर से सवालों के घेरे में है। यहां साहिबाबाद के शालीमार गार्डन थाना अंतर्गत डीएलएफ चौक पर एक चोरी की घटना सामने आई थी। इस घटना में दिल्ली के दो चोरों से तीन लाख 60 हजार रुपए की लूट हुई थी। इस लूट की घटना को मुख्य आरक्षी धीरज चतुर्वेदी और आरक्षी इंद्रजीत ने अंजाम दिया था। अब डीसीपी ट्रांस हिंडन ने एक्शन लेते हुए दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
लूट की घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों से शनिवार को पूछताछ हुई और उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। पूछताछ के बाद पुलिसकर्मियों के पास से 15 हजार रुपए बरामद किए गए। इसके अलावा आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना की जांच भी पुलिस कर रही है। एसीपी सूर्यबली मौर्य ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है और उन्हें जेल भेज दिया गया है।

एसपी ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी भागने की फिराक में थे। हालांकि पुलिस की सतर्कता के कारण इन्हें पकड़ लिया गया। उन्हें पड़ने के बाद पूछताछ की गई और फिर जेल भेज दिया गया।हम इस जांच को जारी रखेंगे, जांच के दौरान हम बाकी पैसे को भी बरामद करने की कोशिश करेंगे।इस पूरे मामले की जानकारी जिले के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।शनिवार को ही दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया है. आरोपियों के ओर से कोर्ट में जमानत की अर्जी दी गई थी।हालांकि कोर्ट ने आरोपियों की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है।बता दें कि इस घटना की इलाके में काफी चर्चा है।लोग फिर से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
दरअसल दिल्ली के भजनपुरा इलाके में 25 मई की रात एक मकान में चोरी हुई थी। बदमाशों ने 3 लाख 60 हजार रुपए चुराए थे। इसके बाद दोनों चोर गाजियाबाद स्थित शालीमार गार्डन जूते खरीदने के लिए पहुंचे। दोनों चोरों ने जूता खरीदने का प्रयास किया लेकिन उनकी दुकानदार के साथ बहस हो गई। इसके बाद दुकानदार ने पुलिस को बुला लिया।इसके बाद दोनों कॉन्स्टेबल दुकान पर पहुंचे और उन्होंने दोनों बदमाशों से पूछताछ करनी शुरू की। फिर मामला रफा-दफा करने के नाम पर बदमाशों से 3 लाख 60 हजार रुपए पुलिस ने ले लिया और उन्हें फर्जी मुकदमा कर जेल भेजने की धमकी दी और वहां से भगा दिया। बाद में बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया। उसके बाद दोनों ने पूरा किस्सा पुलिस को बताया। इसके बाद मामला दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस को बताया और फिर गाजियाबाद के दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया।