आजमगढ़ : शुरू के छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराएं

शुरू के छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराएं
मां के दूध से होता है शिशु का सर्वांगीण विकास : डॉ. उमा शरण
आजमगढ़, 03अगस्त 2023|
स्तनपान शिशुओं के विकास के लिए बेहद आवश्यक हैI जन्म के पहले घंटे के अंदर मां का पहला गाढ़ा पीला दूध पिलाने और छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराने से शिशु का सर्वांगीण विकास होता है और शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर हो जाती  है।इसी उद्देश्य से जनपद में मंगलवार (एक अगस्त) से विश्व स्तनपान सप्ताह शुरू हुआ है। यह अभियान सात अगस्त तक चलेगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आईएन तिवारी ने दी |सीएमओ ने बताया किविश्व स्तनपान सप्ताह हर साल एक से सात अगस्त के बीच मनाया जाता है| इस वर्ष की थीम “इनऐबल ब्रेस्टफीडिंग -मेकिंग ए डिफरेंस फॉर वर्किंग वुमन है|
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमा शरण पांडे ने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर विभाग ने जिले की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर बैनर,पोस्टर लगाकर एवं आशा संगिनी, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गृह भ्रमण कर जागरूक किया जा रहा है| स्तनपान बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार है|स्तनपान शिशु के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है| पिता की ओर से बच्चे की मां की देखभाल करना, मां को बच्चे के साथ अधिक समय व्यतीत करने व उचित तरीके से स्तनपान कराने को प्रोत्साहित करने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है| शिशु डायरिया,निमोनिया,कुपोषण से बचा रहता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है|छह माह के ऊपर के बच्चे को मां के दूध के साथ ही ऊपरी आहार भी जरूर दें| इससे वह कमजोर व कुपोषण का शिकार होने से बचेगा और शिशु मृत्यु-दर में कमी आएगी| डॉ पांडे ने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह इसलिए मनाया जाता है कि धात्री माताओं व गर्भवती को स्तनपान के लिए प्रेरित किया जा सके, जिससे बच्चों को बीमारी और कुपोषण से बचाने और शिशु मृत्यु-दर में कमी लायी जा सके| उन्होंने बताया कि स्तनपान कराना माताओं के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। इससे स्तन कैंसर, गर्भाशय कैंसर तथा अंडाशय के कैंसर का खतरा कम हो जाता है| माँ का पहला पीला गाढ़ा दूध (कोलोस्ट्रम) नवजात के जीवन के लिए अमृत के समान होता है, जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद एक घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए| छह माह तक सिर्फ स्तनपान, पानी भी नहीं देना चाहिए| छह माह का होने पर शिशु को स्तनपान के साथ ऊपरी आहार देना शुरू करना चाहिए।  दो वर्ष अथवा उससे अधिक समय तक स्तनपान जारी रखना चाहिए |