लखनऊ:उत्तर प्रदेश के आठ ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी, देवरिया के सपा नेता पर भी शिकंजा

लखनऊ: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सीपीआई टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई कर रही है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में 8 स्थानों पर तलाशी कर रही है.
सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक मामले में आगे की तफ्तीश के लिए एनआईए की टीम पहुंची है. दरअसल, एनआईए की टीम को सूचना मिली थी कि युवाओं को बहला फुसलाकर नक्सलियों को फंडिंग की जा रही है. इसी सूचना के आधार पर एनआईए की छापेमारी जारी है.
जानकारी के मुताबिक वाराणसी के महामानपुरी कॉलोनी स्थित एक घर में एनआईए ने मंगलवार की सुबह छापा मारा. एनआईए की टीम ने घर में मौजूद एक छात्र संगठन से जुड़ी दो युवतियों से पूछताछ कर रही है. इस दौरान पूरे इलाके को सील कर दिया गया और जिस मकान में एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है उस तरफ से आवाजाही रोक दी गई है. देवरिया के उमा नगर कस्बे में एनआईए की कार्रवाई चल रही है. यहां डॉ. रामनाथ चौहान के घर एनआईए की टीम मौजूद है. डॉ.रामनाथ चौहान जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं. घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. डॉ.रामनाथ चौहान घोसी के उपचुनाव में सपा का प्रचार कर रहे थे. इसके पहले डॉ.रामनाथ चौहान बीएसपी से भी जुड़े रहे. एनआईए की टीम मंगलवार सुबह 5:00 बजे ही पहुंच गई थी. हालांकि डॉ. रामनाथ चौहान घर पर नहीं है. घर के अंदर परिवार के कई लोगों से पूछताछ हो रही है.
पांच नक्सलियों को बलिया से किया गया था गिरफ्तार :बता दें, इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) अधिकारियों ने पांच नक्सलियों को बलिया से गिरफ्तार किया था. जिनको रिमांड पर लेकर पूछताछ हो रही है. अधिकारियों का दावा है कि पांच आरोपी जो प्रतिबंधित कम्युनिटी पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के प्रमुख सदस्य थे. उनको एक झोपड़ी से गिरफ्तार किया गया था. जहां वे बैठक कर रहे थे. एटीएस को तीन कथित नक्सलियों की 10 दिन की रिमांड मिल गई थी, इन तीनों में पिता-पुत्री भी शामिल थे.