नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के एक विज्ञापन को लेकर उठे विवाद के बाद उपराज्यपाल ने त्वरित एक्शन लेते हुए एक सीनियर अधिकारी को तुरंत बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि एलजी ने अपने आदेश में यह कहा है कि यह विज्ञापन भारत की क्षेत्रीय अखंडता का अनादर करता है। एलजी ने बताया कि कुछ पड़ोसी देशों की तर्ज पर सिक्किम का इस विज्ञापन में गलत संदर्भ दिया गया है। इस कारण इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। ऐसे काम के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाती है। इसके साथ ही आपत्तिजनक विज्ञापन को वापस लेने के लिए तुरंत निर्देश भी दिया गया है।
सीएम के तेवर भी सख्त
वहीं, इस मामले में दिल्ली के सीएम ने भी यह कहा कि सिक्किम भारत का अटूट अंग है। ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए। इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने भी इस बात पर जोर दिया कि इस विज्ञापन को रद करना सही होगा और संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई ली जानी चाहिए।
सिक्किम के सीएम ने बताया अफसोसजनक
इधर, सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग ने इस विवाद पर कहा कि दिल्ली सरकार ने सिक्किम के लोगों को अलग दर्शाया है। यह भारत के संघीय ढांचे के लिए ‘अफसोसजनक, आपत्तिजनक और हानिकारक’ बात है।
क्यों उठा विवाद
बता दें कि दिल्ली सरकार के एक विज्ञापन में सिक्किम को विवादास्पद तरीके से दिखाया गया है। दिल्ली सरकार के एक विज्ञापन से शुरू हुआ विवाद अब काफी बढ़ चुका है। दिल्ली सरकार की ओर से समाचार पत्रों में छापे गए एक विज्ञापन में सिक्किम को भारत से अलग दिखाया गया है। इसे नेपाल और भूटान के साथ अलग देश के तौर पर दिखाया गया है। इस विज्ञापन में सिक्किम पूरी तरह भारत से अलग बताया गया। इसके बाद इस पर विवाद हो गया।
क्यों निकला था विज्ञापन
मिली जानकारी के अनुसार अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से सिविल डिफेंस के सदस्यों की भर्ती के लिए अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराया गया था। इस विज्ञापन में आवेदन के लिए पात्रता के कॉलम में लिखा गया कि भारत का नागरिक हो या नेपाल, भूटान या सिक्किम का हो।