लखनऊ। उत्तर प्रदेश की निवेश नीतियों को सबसे बेहतर बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि निवेशकों को उत्तर प्रदेश की संभावना और संसाधनों के बारे में बताएं। ऐसा माहौल बनना चाहिए कि निवेशक खुद कहने लगें कि निवेश के लिहाज से देश में उत्तर प्रदेश सबसे बेहतर है। साथ ही योगी ने जेवर के पास आइटी हब की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा 28 मई को इन्वेस्ट इंडिया एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट फोरम का ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है। इसकी तैयारियों का प्रस्तुतीकरण शनिवार को अपने सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देखा। उन्होंने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों की हमारी निवेश नीतियां सबसे बेहतरीन हैं। कोरोना के अभूतपूर्व संकट के बाद पैदा हालात के अनुसार हम इसमें जरूरी बदलाव भी कर रहे हैं। हम 24 घंटे बिजली दे रहे हैं। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक जहां निवेशक चाहें, जमीन उपलब्ध है। सुरक्षा की गारंटी मेरी है। आने वाले दिनों में देश के सर्वाधिक एक्सप्रेसवे हमारे पास होंगे। बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी के साथ सुखद और सुरक्षित यात्रा के लिए मेट्रो हमारे पास है। जेवर एयरपोर्ट से देश और दुनिया उत्तर प्रदेश से जुड़ जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वाधिक आबादी के नाते हम मानव संसाधन के रूप से सबसे अधिक संपन्न हैं। उत्तर प्रदेश से बड़ा कोई बाजार भी नहीं है। आधा बिहार और नेपाल अपनी आॢथक, शैक्षिक और चिकित्सकीय जरूरतों के लिए यूपी पर निर्भर हैं। यहां के विश्वस्तरीय आइआइटी, पॉलीटेक्निक, आइटीआइ से हर साल लाखों की संख्या में दक्ष मानव संसाधन उपलब्ध होते हैं। ये सारी बातें निवेशकों को बतानी होंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कॉमन फैसिलिटी केंद्रों को मिनी ग्रामीण सचिवालय के रूप में विकसित करने का भी निर्देश दिया। बैठक में उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, लघु उद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।