लखनऊःनगर विकास मंत्री ने आकांक्षी नगर योजना के तहत सीएम अर्बन फेलोज के 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारम्भ ।

नगर विकास मंत्री ने आकांक्षी नगर योजना के तहत सीएम अर्बन फेलोज के 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारम्भ ।

 

लखनऊः
प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री की प्रेरणा व माननीय मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों के आधारभूत ढ़ांचे एवं अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए महत्वाकांक्षी ऐसपिरेशन कार्यक्रम बनाया जा रहा है। देश मंे पहली बार निकायों के विकास एवं जीवनस्तर को ऊँचा उठाने के लिए आकांक्षी नगर योजना प्रदेश में लागू की गयी है। योजना के प्रथम चरण में बीस हजार से एक लाख की आवादी वाले 38 जिलों के अत्यंत पिछड़े 100 नगरीय निकायों को योजनार्न्तगत चयनित किया गया है। इन नगरों के विकास के लिए सीएम अर्बन फेलोशिप योजना शुरू की गयी है। सीएम फेलोज का चयन भी हो गया है। उन्होंने कहा कि सीएम फेलोज आकांक्षी नगरों में विकास को धरातल पर उतारने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने शनिवार को सीएम फेलोज के लिए चयनित अभ्यर्थियों के लिए स्थानीय निकाय निदेशालय में अयोजित 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह योजना बहुत ही महत्वकांक्षी कार्य है, जिससे प्रदेश को ही नही पूरे देश को फायदा होगा हमारे कार्याें से अन्य प्रदेश भी प्रेरणा लेंगे। कहा की सीएम फेलोज मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप पिछड़े निकायों को विकास की मुख्य धारा में आगे लाने में मदद करेंगे। प्रशिक्षण देने के बाद इन्हें चयनित पिछड़े नगरीय निकायों में भेजा जायेगा जहां पर जिलाधिकारी, अधिशासी अधिकारी के निर्देशन में तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों से समस्याओं पर चर्चा कर तथा उनसे सलाह लेकर समग्र विकास को फलीभूत करने में सहयोग देंगे। उन्होने बताया कि सीएम फेलोज पद के लिए पूरे देश से एक लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, इनमें से मेरिट के आधार पर 446 आवेदकों को साक्षात्कार हुआ जिसमें से 100 सीएम फेलोज के चयन की प्रक्रिया पूरी हुयी, इसमें से 40 महिला सीएम फेलोज हैं।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 762 निकायों में से 100 अत्यंत पिछड़े निकायों को आकांक्षी नगर योजना में चयनित किया गया है, ये ऐसे नगर हैं जहां पर विकास अभी अधूरा है। ऐसे पिछड़े निकायों के ऐसपिरेशन को पूर्ण करना है। यहां पर सभी सुविधाओं पर कार्य किया जाना है। यह एक कठिन कार्य है, फिर भी इन निकायों को विकास की श्रेणी में लाना है। योजना के तहत कार्यों के लिए 32 मापदंड चिन्हित किये गये हैं। कहा कि सभी सीएम फेलोज आकांक्षी निकायों की समस्याओं के समाधान, जीवनस्तर को उठाने सफाई व्यवस्था, सुंदरीकरण, व्यवस्थापन, पीने का पानी, पानी निकासी, संक्रामक रोग, स्कूलों स्वास्थ्य सुविधाओं आंगवाडी केन्द्रों, जलाशयों, पार्कों सहित निकाय के पूरे परिदृश्य को बदलने के लिए कार्य करना है। उन्होंने सभी सीएम फेलोज को इस नयी जिम्मेदारी की शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मंत्री जी ने इस अवसर पर आकांक्षी नगर योजना पोर्टल का शुभारम्भ किया और इस योजना से सम्बन्धित गाइडलाइंस का विमोचन किया। उन्होंने अधिकारियों को योजना के प्रगति की नियमित मानिटरिंग करने तथा कार्यांे की समीक्षा करने के भी निर्देश दिये।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात ने कहा कि सीएम फेलोज प्रदेश के सबसे पिछड़े ऐसे 100 नगरीय निकायों में कार्य कर 32 इंडिकेटर्स के माध्यम से विकास की सम्भावनाएं तलाशेंगे, साथ ही अपनी शोध रिपोर्ट को सरकार के समक्ष प्रस्तुत भी करेंगे। यह योजना पहले एक वर्ष के लिए इन आकांक्षी नगरांे में लागू की जायेगी, इसके पश्चात अन्य नगरों का चयन कर इसे आगे बढ़ाया जायेगा। ये सभी सीएम फेलोज अपने नगरों में सम्बन्धित जिलाधिकारी और अधिशासी अधिकारी के निर्देशन में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व मंे प्रदेश में नवाचार एवं विकास कार्यों को गति दी जा रही। पहले हर कार्यक्रम के लिए अन्य प्रदेशों मंे जाना पडता था, अब दूसरे प्रदेशों के लोग यहां के कार्याें से प्रेरणा लेंगे। भारत सरकार में नीति आयोग ने भी आकांक्षी नगर योजना को राष्ट्रिय स्तर पर लागू करने के लिए मंथन हेतु इसका इनपुट लिया है। यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इन सभी निकायों में भारत सरकार और राज्य सरकार की सभी योजनाओं पर ध्यान केन्द्रित कर कार्य किया जायेगा।