क्रिस गेल का गंभीर आरोप, सिर्फ फुटबॉल ही नहीं क्रिकेट में भी है नस्लभेद

नई दिल्ली। क्रिकेट में पिछले कुछ महीनों में नस्लभेद की बातें काफी सुनने को मिली है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल इसको लेकर बहुत ही ज्यादा सख्त है। वेस्टइंडीज के क्रिकेटर क्रिस गेल ने सोमवार को कहा कि नस्लभेद सिर्फ फुटबॉल में नहीं है बल्कि क्रिकेट में भी है।

दुनियाभर में अपनी बिंदास अंदाज के लिए जाने जाने वाले वेस्टइंडीज के विस्फोटक ओपनर क्रिस गेल ने बहुत ही गंभीर मुद्दे पर अपनी राय दी है। गेल ने यह बात अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच कही है।

गेल ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, ‘अश्वेत लोगों की जिंदगी भी दूसरों की जिंदगी की तरह मयाने रखती है। अश्वेत लोग मायने रखते हैं (ब्लैक लाइव्स मैटर)। मैंने पूरा विश्व घूमा है और नस्लभेदी बातें सुनी हैं क्योंकि मैं अश्वेत हूं। विश्वास मानिए। यह फेहरिस्त बढ़ती चली जाएगी। नस्लभेद सिर्फ फुटबॉल में नहीं है, यह क्रिकेट में भी है। यहां तक कि टीमों के अंदर भी एक अश्वेत होने के तौर पर मुझे अहसास हुआ है।’

मैनचेस्टर युनाइटेड और इंग्लैंड के फुटबॉल खिलाड़ी मा‌र्क्स रशफोर्ड ने भी फ्लॉयड की मौत के बाद कहा था कि यह समाज पहले से ज्यादा बंटा हुआ लगता है।

पिछले साल नवंबर में माउंट माउंगानुई में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान एक दर्शक ने जोफ्रा आर्चर पर नस्लीय टिप्पणी की थी। इस मैच के आखिरी दिन आर्चर पर मैदान से जाते वक्त यह टिप्पणी की थी इसके बाद उन्होंने ट्विटर पर इस बात को षेयर किया था। इस घटना पर जांच के बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने आर्चर पर टिप्पणी करने वाले दर्शक पर घरेलू और इंटरनेशनल मैच देखने पर 2 साल की पाबंदी लगा दी थी।