रांची। National Investigation Agency झारखंड विधानसभा का नया भवन समेत कई महत्वपूर्ण भवनों और सड़कों का निर्माण करने वाली ठेका कंपनी रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के ठिकाने पर मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने छापेमारी की। इस दौरानकंपनी से जुड़े दस्तावेज भी खंगाले गए। मामला टेरर फंडिंग से संबंधित बताया जा रहा है। इस कंपनी पर गिरिडीह के घोर नक्सल प्रभावित डुमरी इलाके में सड़क निर्माण के दौरान नक्सलियों को लेवी देने की सूचना एनआइए को मिली है। हालांकि एनआइए ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
राज्य में एनआइए की टीम टेरर फंडिंग से जुड़े कई मामलों का अनुसंधान कर रही है। इसी क्रम में एनआइए की टीम ने गिरिडीह के डुमरी क्षेत्र से गिरफ्तार एक नक्सली से जब पूछताछ की तो पता चला कि रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी सड़क निर्माण के दौरान नक्सलियों को लेवी दी। इसके बाद तफ्तीश के लिए एनआइए की टीम रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तर पहुंची। इतना ही नहीं, यह सूचना भी मिली है कि एनआइए को रामकृपाल कंस्ट्रक्शन से जुड़े एक परिवार के शादी-समारोह के कुछ फुटेज हाथ लगे हैं, इसमें ऐसे लोग भी दिखे हैं, जिनकी एनआइए को टेरर फंडिंग में तलाश है। एनआइए फिलहाल प्रत्येक बिंदुओं को खंगाल रही है।
एनआइए के अधिकारी मंगलवार की सुबह ही रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के कचहरी रोड स्थित पंचवटी प्लाजा के दफ्तर में पहुंच गए। इसकेबाद ही जांच शुरू हो गई। सूचना पर पहुंचे कंपनी के संचालक से भी एनआइए के अधिकारियों ने पूछताछ की है। रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी को पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार में बहुत सारे काम मिले हुए थे।
झारखंड में करीब 465 करोड़ में बना नया विधानसभा भवन, सारंडा में सड़क निर्माण, हाई कोर्ट के नए भवन का निर्माण, जिसका बजट 300 करोड़ से बढ़ाकर 600 करोड़ रुपये कर दिया गया था, का ठेका रामकृपाल कंस्ट्रक्शन को ही मिला था। विधानसभा भवन में गत दिसंबर महीने में लगी आग मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने की बात थी, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी। इसी तरह नए हाई कोर्ट भवन के निर्माण का बजट बढ़ाए जाने पर भी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी थी।
रांची में एनआइए ने दबिश दी है। बताया गया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने टेरर फंडिंग के मामले में राम कृपाल कंस्ट्रक्शन के दफ्तर में छापेमारी की है। राजधानी के कचहरी रोड के पंचवटी प्लाजा में कंपनी के ऑफिस में एनआइए टीम पहुंची है। यह छापेमारी टेरर फंडिंग के मामले से जुड़ी बताई जा रही है। बता दें कि झारखंड में कई कंपनियों और व्यवसायियों पर नक्सलियों को फंडिंग करने का आरोप है। इन सभी मामलों की जांच एनआइए कर रही है। कई लोगों को हाल के दिनों में एजेंसी ने गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है। इनमें कुछ बड़े बिजनेसमैन भी शामिल हैं।