जयपुर। Misbehavior With Girl Child. राजस्थान के दौसा जिले महुआ में एक सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। पीड़िता एक खंडहर में लहूलुहान पाई गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। बच्ची का मेडिकल कराया गया है, लेकिन वह सदमे की स्थिति में होने के कारण कुछ नहीं बोल पा रही है
पुलिस के अनुसार, पीड़ित बच्ची मंगलवार रात से अपने घर से गायब थी। रातभर परिजन उसे ढूंढते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं लगा। बुधवार को सुबह गांव के पास के खंडहर में बच्ची लहूलुहान मिली। गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बच्ची को अस्पताल पहुंचाया और मेडिकल कराया। पुलिस के अनुसार, बच्ची अभी सदमे की हालत में है, वह कुछ बोल नहीं पा रही है। ऐसे में यह पता नहीं लग पा रहा है कि दुष्कर्म करने वाला एक था या एक से ज्यादा लोग थे। परिजनों की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस वारदात के सुराग जुटाने में लगी है, लेकिन अभी कुछ हाथ लगा नहीं है।
गौरतलब है कि राजस्थान में पिछले दिनों लाॅकडाउन के बावजूद दुष्कर्म और हत्या के कई मामले सामने आए हैं। एक मामले में तो एक भाई ने अपने दोस्तों के साथ मिल कर अपनी मानसिक दिव्यांग बहन से दुष्कर्म कर उसे मार डाला था। यह घटना जयपुर ग्रामीण इलाके में सामने आई थी। इसी तरह एक तीन साल की बच्ची के साथ भी दुष्कर्म की घटना सामने आ चुकी है।
राजस्थान में गत दिनों जयपुर के करणी विहार पुलिस थाने में बुधवार को एक महिला ने पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। 34 वर्षीय महिला ने झुंझुनूं में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर कंवरपाल सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
महिला ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर कंवरपाल सिंह कुछ दिनों पहले मोबाइल दिलाने का झांसा देकर उसे सुनसान जगह ले गया और फिर दुष्कर्म किया। उसके बाद उसने महिला को नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। नौकरी दिलाने के नाम पर वह लगातार दुष्कर्म करता रहा। पिछले सप्ताह 29 मई को कंवरपाल सिंह घर आया और फिर दुष्कर्म करने का प्रयास किया तो महिला ने विरोध किया।
इस पर उसने अपनी रिवॉल्वर से मारने की धमकी दी। काफी विवाद के बाद वह चला गया। महिला ने बुधवार को करणी विहार पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक गुप्ता ने बताया कि प्रकरण की जांच की जा रही है ।