गोरखपुर। नेपाल से सटे भारतीय क्षेत्रों में विदेशी नागरिकों द्वारा जालसाजी कर भारत की नागरिकता हासिल करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक नेपाली युवक के फर्जीवाड़े से गोरखधंधे का राजफास हुआ है। पुरंदरपुर पुलिस ने आरोपित नेपाली नागरिक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
आधार व निर्वाचन कार्ड भी बनवाया
पुरंदरपुर क्षेत्र के वन ग्राम अचलगढ़ निवासी गोरख ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि नेपाल निवासी अनिल, उसकी पत्नी उर्मिला को झांसे में लेकर फर्जी दस्तावेजों के सहारे उनका बेटा बन गया। पुत्र का दर्जा मिलते ही उसने आधार कार्ड व निर्वाचन कार्ड बनाकर लक्ष्मीपुर के बैंक में खाता खोल लिया और लेन-देन करता रहा। उर्मिला ने भी उसका सहयोग किया। राजस्थान से जब गोरख घर पहुंचे तो उन्हें फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। पीडि़त ने नेपाली युवक का आधार व निर्वाचन कार्ड निरस्त कराने की मांग की है। शिकायत के बाद पुरंदरपुर पुलिस ने आरोपित अनिल के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएचओ शाह मोहम्मद ने बताया कि विवेचना में स’चाई सामने आ जाएगी।
मुंबई से आए नेपाली युवक की सोनौली में मौत
मुंबई से लौटे नेपाल के नवलपरासी निवासी युवक की बुधवार को सोनौली में मौत हो गई। सोनौली सीमा पर तैनात नेपाल के अधिकारियों ने कोरोना की जांच हुए बिना शव को लेने से इन्कार कर दिया। नवलपरासी के वार्ड नंबर सात, कुडिय़ा निवासी सत्येंद्र विश्वकर्मा (34) मुंबई में ठेला लगाता था। आठ जून को वह सोनौली पहुंचा और उसकी तबीयत बिगड़ गई। फिर मौत हो गई। भारतीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शव को जिला अस्पताल भेज दिया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि शव को सुरक्षित रखा गया है। कोरोना की जांच रिपोर्ट आने के बाद शव नेपाल के अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा।