लखनऊ। मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान शुरू होने जा रहा है। इस महीने में मुसलमान रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं। देश में एक मार्च को चांद दिखने की उम्मीद है और 2 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। इस पवित्र महीने को लेकर लखनऊ स्थित इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन और ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मुसलमानो के लिए महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने रमजान में 15 सूत्रीय एडवाइजरी जारी करते हुए मुसलमानों से देश की सलामती और आपसी भाईचारे की दुआ की अपील की है। माहे मुबारक रमजान को लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने 15 सूत्रीय एडवाइजरी जारी करते हुए मुसलमानों से रमजान में इबादत करने की अपील की है। उन्होंने देश की सलामती, भाईचारे के लिए दुआ करने को कहा है. साथ ही सहरी के वक्त सुबह बेवजह शोर न करने की अपील की गई है। पड़ोसियों और मोहल्ले का ख्याल रखने को कहा गया है। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मुसलमान से कहा है कि रमजान सबसे मुबारक महीना है। इस महीने को इबादत में गुजारे और इस रमजान की सबसे अफजल इबादत रोजा है, जो आदमी और औरत पर फर्ज है।
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि रोजेदार इफ्तार का एहतमाम करें। सहरी जो सुन्नत है, उसका भी आ एहतमाम किया जाए। उन्होंने कहा है कि सहरी के लिए बार-बार माइक में ऐलान न किया जाए। साथ ही किसी तरह का शोर ना किया जाए, जिसकी वजह से पड़ोसी और मोहल्ले वालों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना करना पड़े। उन्होंने तरावीह को लेकर कहा है कि ये सुन्नत है, इसका जरूर एहतमाम किया जाए। तरावीह के टाइम का भी ध्यान दिया जाए। इसके अलावा नमाजियों की गाड़ियां वहां पार्क की जाएं, जहां पर जगह मुकर्रर की हो। उन्होंने कहा है कि इसकी वजह से ट्रैफिक ना खराब होने पाए।
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि रोजेदार इसका भी ध्यान रखें कि बड़े पैमाने पर जो इफ्तार पार्टियों होती हैं, उसमें गरीबों को शामिल किया जाए. सभी मस्जिदों में इफ्तार का इंतजाम किया जाए। इसका भी ध्यान रखना चाहिए कि जो मालदार मुसलमान हैं, उनको ढाई परसेंट हिस्सा गरीबों में बांटा जाए. उन्होंने कहा है कि हमें ध्यान देना चाहिए कि यह रमजान का मुबारक महीना है, मस्जिद के आसपास और मोहल्ले के आसपास का साफ सफाई का ध्यान रखा जाए। वह कहते हैं कि इस महीने में अल्लाह रोजेदारों को दुआओं को कबूल फरमाता है। सहरी और इफ्तार के वक्त अपने और अपने घर वालो के लिए दुआ करें। उसके साथ साथ अपने मुल्क के तामीर और तरक्की के लिए और भाईचारे के लिए जरूर दुआएं करें।