आजमगढ़ : महिलाओं में पोषण के स्तर में सुधार के उद्देश्य हेतु “राष्ट्रीय पोषण माह“के बारे में जिलाधिकारी ने दी जानकारी
आजमगढ़ 05 सितम्बर– जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया है कि वर्ष 2018 से बच्चों, किशोरियों एवं महिलाओं में पोषण के स्तर में सुधार के उद्देश्य हेतु “राष्ट्रीय पोषण माह“ प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह में मनाया जा रहा है। पोषण माह का आयोजन सम्बन्धित विभागों के कन्वर्जेन्स से मनाया जाता है। पोषण हेतु जन-आन्दोलन की गति को बनाये रखने हेतु भारत सरकार द्वारा इस वर्ष भी माह सितम्बर को तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह आयोजित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि पोषण हेतु जन-आन्दोलन की गति को बनाये रखने हेतु महानिदेशक राज्य पोषण मिशन उ0प्र0 द्वारा माह सितम्बर 2020 (दिनांक 07 सितम्बर 2020 से 30 सितम्बर 2020 तक) को “तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह“ मनाये जाने हेतु दिशानिर्देश जारी किया गया है। जिसके अन्तर्गत सर्वप्रथम तीव्र अतिकुपोषित (सैम) बच्चों की प्रारम्भिक पहचान आवश्यक है जिससे प्रारम्भिक उपचार के माध्यम से गम्भीर परिणामों से बचाव किया जा सके। सैम एवं मैम बच्चों के चिन्हीकरण एवं सन्दर्भन किया जाना राष्ट्रीय पोषण माह के लक्ष्यों में से एक है। इस प्रक्रिया में शासन व प्रशासन द्वारा समय-समय पर निर्गत कोविड-19 के दिशानिर्देशों को पालन किया जाना अनिवार्य है। स्तनपान के साथ उपरी आहार के माध्यम से बच्चों में कुपोषण के स्तर में कमी आती है। स्तनपान कराने में माताओं का सहयोग एवं स्तनपान को बढ़ावा दिया जाना एक अत्यन्त महत्वपूर्ण गतिविधि है। जन्म के छः माह तक केवल स्तनपान, दो साल तक सतत स्तनपान और उसके बाद भी स्तनपान जारी रखने से शिशु को उच्च गुणवत्ता वाली उर्जा एवं पोषण तत्व प्राप्त होती है। मां का दूध शिशु के व्यापक विकास, मानसिक विकास, शिशु को डायरिया, निमोनिया एवं कुपोषण से बचाने एवं स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। छः माह तक केवल स्तनपान को इस पोषण माह में जन-मानस में बढ़ावा दिया जाय।
उन्होने कहा कि वृक्षारोपण की अभियान चलाई जाय, जिससे किचेन गार्डेन को प्रोत्साहित किया जा सके। पोषण माह में किचेन न्यूट्री गार्डेन हेतु पौधे लगाये जाने पर ध्यान केन्द्रित करने का निश्चय किया गया है। परिवारों एवं समुदाय को अधिक से अधिक पौष्टिक सब्जी एवं फलों के पौधे/वृक्ष लगाये जाने हेतु प्रोत्साहित किया जाय। भूमि के अभाव में गमलों में पौधे अथवा टेरेस गार्डेन को भी प्रोत्साहित किया जा सकता है। आंगनबाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों, शासकीय परिसरों में किचेन गार्डन पर विशेष बल दिया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस हेतु सभी नोडल विभागों के मध्य समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक किचेन गार्डेन को विकसित करायें। विद्यालयों में पोषण वाटिका तैयार किये जाने हेतु दिशा निर्देश निर्गत हैं। इसके अतिरिक्त मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत विद्यालयों में किचेन गार्डेन विकसित किये जाने हेतु दिशा निर्देश निर्गत हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि पोषण माह में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन, कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए किया जा सकता हैं। जनपद/विकासखण्ड/नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत/ ग्राम पंचायत में आयोजित किये जाने वाली विभिन्न गतिविधियों को भारत सरकार द्वारा विकसित पोर्टल www.poshanabhiyaan.gov.in पर दैनिक आधार पर अपलोड किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक गतिविधियों में अधिकारियों एवं समुदाय की भागीदारी में कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए माह सितम्बर 2020 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाने हेतु गतिविधियों का आयोजन कराते हुए दैनिक रूप से समस्त गतिविधियों का विवरण एवं फोटोग्राफ जन आन्दोलन सम्बन्धी पोर्टल www.poshanabhiyaan.gov.in पर अपलोड कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता को गम्भीरता से लिया जायेगा।