सभी शिक्षा बोर्डों से सम्बद्ध विद्यालयों के छात्र प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु अर्ह होंगे – मुख्य विकास अधिकारी

आजमगढ़ 16 अक्टूबर– विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला ने बताया कि विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के खानपान संबंधी आदतों के विकास एवं उनके रचनात्मक कौशल में अभिवृद्धि हेतु ‘‘ईट राइट क्रिएटीविटी चैलेन्ज’’ का आयोजन भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा 16 अक्टूबर से 16 दिसंबर के मध्य किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत पोस्टर एवं फोटोग्राफी की ऑनलाइन प्रतियोगिता छात्रों के मध्य आयोजित होगी। सभी शिक्षा बोर्डों से सम्बद्ध विद्यालयों के छात्र प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु अर्ह होंगे। प्रतियोगिता की थीम ‘‘स्वस्थ खाना, सुरक्षित खाना’’ एवं कोविड-19 के दौरान खाद्य सुरक्षा है।
प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु विद्यालयों को (fssai.gov.in/creativity Challenge) वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा, पंजीकरण के उपरांत वेबसाइट पर छात्रों द्वारा निर्मित पोस्टर एवं फोटोग्राफी को अपलोड करना होगा। प्रतियोगिता में दो स्तर होंगे, एक कक्षा 3-5 एवं दूसरा कक्षा 6-8 के लिए ‘‘ईट राइट पोस्टर प्रतियोगिता’’ होगी, जिसमें छात्रों की कृतियों के क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने पर उन्हें नकद ईनाम एवं प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया जाएगा। क्षेत्रीय स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र से 80 एवं राष्ट्रीय स्तर पर कुल 90 छात्रों को पुरस्कृत किया जाना है, साथ ही साथ सभी प्रतिभागी विद्यालयों एवं छात्रों को अलग-अलग प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। पुरस्कार की राशि 1000 रू0 से लेकर 10000 रू0 तक होगी, जो कि सीधे पंजीकरण के समय दिए गए बैंक खातों में भेजा जाएगा।
इसी प्रकार दूसरे स्तर पर कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए ‘‘ईट राइट फोटोग्राफी’’ प्रतियोगिता आयोजित होगी, जिसमें छात्रों को 03 एमबी में अपने लिए गए कुल 05 फोटोग्राफ्स को अपलोड करना होगा। क्षेत्रीय स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र से 80 श्रेष्ठ प्रतिभागियों एवं राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने पर कुल 160 छात्रों को नकद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया जाएगा, पुरस्कार की राशि 1000 रू0 से लेकर 5000 रू0 तक होगी।
प्रभारी जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को अधिकाधिक विद्यालयों को प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित करने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही साथ पूरे जनपद के समस्त प्रधानाचार्यों से अपील किया है कि वे अपने विद्यालयों के रचनात्मक, सृजनशील व प्रतिभाशाली छात्रों को प्रतिभाग अनिवार्य रूप से इस प्रतियोगिता में करवाएं, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में जनपद की बेहतर छवि स्थापित हो सके।