प्रदेश सरकार की महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्वन के लिए ‘‘मिशन शक्ति’’ अभियान को माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जमीन पर उतारा

 

आजमगढ़ 13 नवंबर– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश की महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए ‘मिशन शक्ति‘ अभियान संचालित करते हुए उनकी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए जागरूकता पर बल दिया है। प्रदेश सरकार के इस अभियान को उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा के कुशल नेतृत्व में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला के द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग के संचालित समस्त विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराते हुए विस्तृत रूप में मिशन शक्ति का प्रचार-प्रसार कराया गया। प्रथम चरण में 17 से 25 अक्टूबर 2020 तक बालिकाओं के अभिव्यक्ति के अवसर उपलब्ध कराने, नेतृत्व एवं सहयोग की क्षमता विकास, किशोरावस्था की जिज्ञासाओं/शंकाओं के सन्दर्भ मंे परिचर्चा करने और बच्चियों एवं महिलाओं में उनके अधिकारों के प्रति चेतना जागृत करने के लिए 17,724 माध्यमिक विद्यालयों में ‘शक्ति मंच‘ का गठन किया गया है। अभियान के तहत आन्तरिक शिकायत समिति के उद्देश्यों एवं कार्यकलापों के सम्बन्ध में छात्र/छात्राओं एवं अध्यापिकाओं को जागरूक किया गया है।
प्रदेश सरकार द्वारा चलाये गये मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत समाज के सभी नागरिकों विशेष रूप से बालकों के मध्य बालिकाओं की सुरक्षा एवं सम्मान की भावना जागृत करने और संवेनदशील बनाये जाने हेतु 25,57,466 बालक माता-पिता द्वारा बालिका सुरक्षा हेतु शपथ ग्रहण की गई। प्रदेश में एन0सी0सी0 स्काउट गाडड स्वैच्छिक संस्थाओं के सहयोग से नवरात्र के दौरान विभिन्न स्थानों पर 3350 से अधिक दलों द्वारा स्टाल लगाकर लगभग दो लाख महिलाओं/बालिकाओं को विधिक अधिकारों की जानकारी दी गई। महिलाओं एवं बालिकाओं के विधिक अधिकारों, आत्मरक्षा के लिए 24939 अध्यापिकाओं तथा 99,058 बालिकाओं को विद्यालय परिसर में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए प्रशिक्षण दिया गया है। दूरर्दशन उ0प्र0 पर प्रसारित आत्मरक्षा सम्बन्धी वीडियो तथा 29.06 लाख वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आॅनलाइन अध्ययनरत लगभग 60.75 लाख विद्यार्थियों को इस अभियान से लाभान्वित किया गया। ‘मिशन शक्ति‘ के अन्तर्गत प्रदेश के 17,093 विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित करते हुए जागरूकता लाई गई।
महिलाओं की सुरक्षा विषयक विधिक प्रावधानांे तथा सम्मान विषयक मुद्दों पर जागरूकता हेतु विशेषज्ञ महिला सन्दर्भदाताओं के माध्यम से प्रदेश के 17,727 विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित करते हुए परिचर्चा की गई। ‘मिशन शक्ति‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत सूक्ष्म व्यायाम किक-पंच ब्लाक घातक हथियारों या चाकू आदि से बचाव करने के लिए 29,898 अध्यापिकाओं 1,38,670 बालिकाओं को कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराते हुए प्रशिक्षण दिया गया। महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा हेतु परिचर्चा एवं आत्मरक्षा हेतु आॅनलाइन 29.06 लाख वाट्सप ग्रुप के माध्यम से आनॅलाइन अध्ययनरत लगभग 64.85 लाख विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया। प्रदेश के समस्त विद्यालयों में विधिक अधिकारों एवं आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण दिलाया गया।
प्रदेश सरकार के ‘मिशन शक्ति‘ अभियान के अन्तर्गत 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर, 2020 तक प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हुए जागरूकता लाई गई। अभियान के द्वितीय चरण नवम्बर, 2020 से अपै्रल, 2021 तक प्रत्येक माह के द्वितीय सप्ताह में विभिन्न कार्यवाही आयोजित करते हुए जागरूकता लाई जायेगी। इन कार्यक्रमों में महिलाओं की सुरक्षा विषयक विधिक प्रावधानों तथा सम्मान विषयक मुद्दों पर परिचर्चा, महिला सशक्तीकरण, आत्मरक्षा प्रशिक्षण आदि विषयों पर प्रदेश के समस्त विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। प्रदेश में चलाये गये ‘मिशन शक्ति‘ अभियान का मुख्य उद्देश्य छात्र, छात्राओं, अध्यापिकाओं को सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराना, अध्ययन स्थल, कार्यस्थल पर शारीरिक, मानसिक एवं यौन उत्पीड़न से संरक्षण विषयक विधिक प्रावधानों की जानकारी उपलब्ध कराना है। साथ ही विपरीत परिस्थितियों में स्वयं को सक्षम बनाने हेतु आत्मरक्षा की तकनीक एवं सिद्धान्तों का प्रशिक्षण देना और शैक्षणिक संस्थाओं में सुरक्षा एवं संरक्षा मानदण्डों का मूल्यांकन, समीक्षा करके अध्ययनरत छात्र/छात्राओं हेतु परिसर को सुरक्षित एवं संवदेनशील बनाना है।