आजमगढ़। कांग्रेस की नीतियों से आहत होकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश महासचिव रहे मृत्युजंय मौर्य ने बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष को एक पत्र भेजकर कांग्रेस पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है। श्री मौर्य बीते 2017 से ही कांग्रेस पार्टी से जुडे़ हुए थे और पिछड़ा और दबे कुचलों के लिए संघर्ष करते रहे थे।
प्रदेश अध्यक्ष को भेजे गये पत्र में कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश महासचिव व किशुनदासपुर से सटे लेडूवा गांव निवासी मृत्युजंय मौर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल आमजनता को भ्रम में रखती है जबकि वास्तव में कांग्रेस का पिछड़ा और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति से कोई सरोकार नहीं रह गया है। ऐसे दिशाहीन पार्टी से मेरा अब कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस पार्टी आज अपनी मूल विचाराधारा से बिल्कुल विपरीत दिशा में चल रही है, उन्हें कांग्रेस में रहकर पिछड़ा, दबे कुचलों की उपेक्षा के कारण घुटन महसूस हो रहा था। पिछड़े और दलित वर्ग के सम्मान के लिए श्री मौर्य ने कांग्रेस से राजनैतिक संबंध तोड़ने का निर्णय लिया है। श्री मौर्य ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा है, लेकिन पिछड़ों, दलितों के उत्थान के लिए अपना प्रयास आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में उन्हें किसी पद की कोई लालसा नहीं है बल्कि सामाज के पिछड़ों और दबे लोगों का उत्थान के लिए राजनीति में आये थे, जिसकी पूर्ति कांग्रेस के बैनर तले अब असम्भव हो चुका है। वहां वर्ग विशेष का कब्जा है, जो कांग्रेस के लिए खुद ही विस्फोटक साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों के उत्थान के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार है।