UK और तमिलनाडु के कॉलेज के विद्यार्थियों नें COVID19 महामारी में मिजवां के महिला बुनकरों एवं प्रवासी लोगों को की ऑनलाइन किया मदद

UK और तमिलनाडु के कॉलेज के विद्यार्थियों नें COVID19 महामारी में मिजवां के महिला बुनकरों एवं प्रवासी लोगों को रोजगार एवं सरकारी योजनायों से जुडी जानकारी प्रदान करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म बनाने में मदद की है | यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ हैम्पटन, यूनाइटेड किंगडम एवं डॉ० जी आर दामोदरन (जीआरडी) कॉलिज ऑफ़ साइंस, कोइम्ब्तूर के पांच विद्यार्थियों ने ऑनलाइन इंटर्नशिप के माध्यम से द कैफ़ी आज़मी ग्लोबल इंडिया इंटर्नशिप प्रोग्राम में भाग लिया था जिसकी अवधि ६ सप्ताह की थी एवं इसका उद्देश्य रोज़गार ढाबा कार्यक्रम के तहत गाँवों में प्रवासी कामगारों के दस्तावेजीकरण के लिए एक ऑनलाइन डेटाबेस प्रणाली विकसित करना एवं ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए मिजवा वेलफेयर सोसाइटी – कैफ़ी आज़मी सिलाई कढ़ाई केंद्र के सहयोग से अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने के लिए एक प्रणाली विकसित करना था | उनकी छह सप्ताह की इंटर्नशिप पिछले सप्ताह समाप्त हुई।
मिजवां वेलफेयर सोसाइटी जमीनी स्तर पर काम करने वाली संस्था है जो की मुख्यतः महिला सशक्तिकरण एवं शिक्षा के लिए कार्य करती है यह पहला मौका था जब संस्था ने वर्चुअल माध्यम से इंटर्नशिप करवाया | गत 30 दिसम्बर, 2020 को वर्चुअल माध्यम से दोनों ऑनलाइन वेबसाइट को देश विदेश से उपस्थित तमाम गणमान्य लोगों के सामने दिखाया गया | मुख्य रूप से साबू पद्मदास – एसोसिएट डीन – साउथ हैम्पटन विश्वविद्यालय, जीआरडी के निदेशक केके रामचंद्रन, विनोद कुमार पाण्डेय , सीईओ – मिजवां वेलफेयर सोसाइटी ,सिडनी से मिस कायली , ट्यूनीशिया से मिस लौरा आदि उपस्थित रहें |
रोज़गार ढाबा कार्यक्रम का नेतृत्व आशुतोष त्रिपाठी डिप्टी मेनेजर – मिजवां वेलफेयर सोसाइटी एवं महिला उद्यमी कार्यक्रम का नेतृत्व प्रतीक्षा कोटियन , एडमिन लीड – मिजवां वेलफेयर सोसाइटी ने किया |
जीआरडी के निदेशक केके रामचंद्रन ने कहा, “हम जमीनी स्तर पर समाज की समस्या को हल करना चाहते थे और हमें मिजवा वेलफेयर सोसाइटी का काम पसंद आया, इसलिए हमने सहयोग किया और एक वर्चुअल इंटर्नशिप बनाई।”
साउथ हैम्पटन विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय मामलों के एसोसिएट डीन साबू पद्मदास ने कहा कि वे अपनी सर्वश्रेष्ठ अभ्यास को दूसरों के साथ साझा करेंगे ताकि वे समुदायों का सहयोग कर सकें और उनकी मदद कर सकें।
मिजवां वेलफेयर सोसाइटी के सीईओ विनोद कुमार पाण्डेय ने कहा “इस तरह का वर्चुअल इंटर्नशिप प्रोग्राम अपने आप में एक नया अनुभव रहा, COVID -19 के इस चुनौतीपूर्ण समय में वर्चुअल इंटर्नशिप प्रोग्राम ने उन लोगों को मदद का प्रयास किया जिन्हें सबसे ज्यादा जरुरत है – मजदूर और महिला वर्ग | इस इंटर्नशिप ने असमानता के गैप को कम करने का प्रयास किया है | सारे इंटर्नस को बहुत बधाई