शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रम की डीएम ने की समीक्षा बैठक

आजमगढ़ 09 मार्च– जिलाधिकारी राजेश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रम माह फरवरी 2021 तक की हुई उपलब्धियों की समीक्षा बैठक की गयी।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में गोल्डेन कार्ड बनाये जाने की धीमी प्रगति होने पर जिलाधिकारी ने एसीएमओ को निर्देश दिये कि आशाओं को गोल्डेन कार्ड बनाये जाने का लक्ष्य आवंटित करते हुए प्रतिदिन के हिसाब से गोल्डेन कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें और आशाओं की मानीटरिंग एमओआईसी के माध्यम से करायें। इसी के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में गोल्डेन कार्ड का प्रचार प्रसार करायें, जिससे ग्रामीण जनता जागरूक होकर स्वयं भी गोल्डेन कार्ड बनवाकर लाभ ले।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन प्रतिदिन 10 हजार करायें, इसके लिए कार्ययोजना बना लें।
आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं के अन्तर्गत टाइलीकरण, दिव्यांग शौचालय, पानी पीने की व्यवस्था की समीक्षा विकास खण्डवार की गयी। समीक्षा के दौरान पाया गया कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं की प्रगति बेहद खराब है, जिस पर जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्राथमिकता के आधार पर एक सप्ताह के अन्दर आधारभूत सुविधाओं को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। जिससे जनपद की रैंकिंग ए श्रेणी में आ सके। उन्होने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक विकास खण्डों में 10-10 ओपेन जिम बनाये जाने के लिए ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक भूमि का चिन्हांकन करें और चिन्हित की गयी सार्वजनिक भूमि गॉव के बीच में हो, उस पर कोई विवाद न हो, हो सके तो दो ओपेन जिम बनायें जो एक महिला के लिए और एक पुरूष के लिए हो। उक्त कार्य कराने के लिए जिलाधिकारी ने कमेटी बनाने के लिए निर्देश दिये। उन्होने यह भी कहा कि अगर ब्लाक मुख्यालय पर जगह हो तो वहॉ भी ओपेन जिम बनवाना सुनिश्चित करें, जिससे आसपास के लोग एवं विकास खण्ड के कर्मचारी उसका लाभ ले सके।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि समस्त विकास खण्डों में जो ओपेन जिम बनाये जाने हैं, उसके लिए जिन-जिन इक्यूपमेंट की आवश्यकता है, उसकी कार्ययोजना तैयार कर लें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने डीआईओएस को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहॉ-जहॉ राजकीय बालिका इण्टर कालेज है, उसकी सूची दें, जिससे उन विद्यालयों में भी ओपेन जिम बनवाया जा सके।
पंचायत भवन निर्माण की समीक्षा में बेहद खराब प्रगति पाये जाने पर जिलाधिकारी ने डीपीआरओ व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि अभी भी जो पंचायत भवन अपूर्ण की स्थिति में है, उसे प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत विकास खण्ड स्तर पर जो भी आवेदन पत्र लम्बित हैं, उसका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।
गोवंश आश्रय स्थल की समीक्षा में पाया गया कि अभी भी छुट्टे पशु गो संरक्षण केन्द्रों में नही रखे गये हैं तथा सहभागिता योजनान्तर्गत भी गोवंश कि संरक्षण में धीमी प्रगति पाये जाने पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जो भी छुट्टे पशु घूम रहे हैं, उसे 3 दिन के अन्दर गोवंश आश्रय स्थल में रखवाना सुनिश्चित करें एवं सहभागिता योजनान्तर्गत गोवंश को संरक्षित करने हेतु चिन्हित व्यक्तियों को दें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला, पीडी अभिमन्यु सिंह, डीसी एनआरएलएम बीके मोहन, डीआईओएस डॉ0 वीके शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य, जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद कुमार सिंह, बीएसए अम्ब्रीश कुमार, जिला युवा कल्याण अधिकारी राजनेति सिंह, उपायुक्त उद्योग प्रवीण कुमार मौर्य, एक्सीयन विद्युत वितरण प्रथम खण्ड अरविन्द कुमार सिंह, एसीएमओ डॉ0 संजय, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।