भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के तत्वावधान में भगत सिंह की शहादत और आज का समय विषयक संगोष्ठी का किया गया आयोजन

आजमगढ़। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के तत्वावधान में मंगलवार को शहीद दिवस के मौके पर तमसा प्रेस क्लब के सभागार में भगत सिंह की शहादत और आज का समय विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग ने कहा कि सरकार भगत सिंह के दादा अजीत सिंह को भी अंग्रेजों ने देश से निष्कासित कर दिया था बावजूद इसके भगत सिंह का पूरा परिवार देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत था। जब इनको फांसी दी गयी तो उस समय इनकी आयु महज 23 वर्ष थी। उन्होंने कहा कि हमें सरकार भगत सिंह के जीवन से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस आजादी की शहीदों ने कल्पना किया था सच में वह आजादी आज किसी को नहीं मिली है। शहीद सरकार भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव ने जिस आजादी की कल्पना की थी उस आजादी के लिए अंग्रेजों से ज्यादा अब ज्यादा संघर्ष करने की जरूरत है। कारर्पोरेट जगत की लूट, सामंती व सम्प्रदायिक उन्माद के विरूद्ध युवाओं को भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव की शहादत से प्रेरणा लेकर संघर्ष में उतरना होगा।  पूर्व जिलामंत्री रामसूरत ने कहा कि 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव को फांसी पर लटका दिया गया था इनको फांसी के लिए 24 मार्च का दिन मुकर्रर किया गया था लेकिन बड़े जनाक्रोश की आशंका के चलते अंग्रेजों ने 23 की रात्रि को ही फांसी दे दी। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों को कभी भूलाया नहीं जा सकता। अध्यक्षता किसान सभा जिलाध्यक्ष कमला राय व संचालन खरपत्तू राजभर ने किया।
इस अवसर पर रामनेत यादव, लालचद्र यादव, रामचन्द्र यादव, राजनरायन, गुलाब मौर्य, जीयालाल, अशोक राय, रामलखन, जानकी मौर्य, विजयबहादुर आदि मौजूद रहे।