सीट जिताने के प्रचार में निवर्तमान प्रधान की मीट पार्टी पर पुलिस ने लिया एक्शन, पूर्व प्रधान सहित दो गिरफ्तार

आजमगढ़- थाना जहानागंज में अचार संहिता के दौरान वोटरो को प्रभावित करने के लिये मीट पार्टी देना पूर्व प्रधान व उसके भाई को मांगा पड़ गया। उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की गई। त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के दृष्टिगत चुनाव आचार संहिता व जनपद मे धारा 144 सीआरपीसी लागू की गयी है। मुखबीर ने सूचना दी कि ग्राम गोधौरा में पूर्व प्रधान राकेश राय उर्फ बबलू राय अपने पोखरा पर स्थित ट्यूबेल पर अपने गोल के प्रत्याशी प्रधान के पक्ष में गांव के लोगो को इकट्ठा कर मीट पार्टी दे रहा है और उन्हें अपने गोल के प्रत्याशी प्रधान के पक्ष में वोट डालने के लिये लोभ लालच व प्रलोभन दे रहा है। इस सूचना पर प्र0नि0 मय फोर्स मय मुखबिर के गोधौरा से कोईलारी जाने वाली पक्की सड़क पर स्थित पोखरे के पास स्थित ट्यूबेल के पास पहुंचा तो वहां काफी लोग बिना मास्क लगाये कोविड-19 की गाईड लाइन का उल्लंघन करते हुए पास पास बैठे थे और एक बड़े भगौने में चूल्हे पर मीट बन रहा था। वहां पर दो व्यक्ति अपने प्रत्याशी के लिये वोट देने की बात कह रहे थे और यह भी कह रहे थे कि आप को जितनी भी दावत खानी हो खा लिजिये पर वोट हमारे गोल के प्रधान पद के प्रत्याशी को ही दीजियेगा। पुलिस वालो को देखकर बाकी लोग भाग गये। वहा मौजूद दो व्यक्तियो से नाम पता पूछा गया तो उन्होने अपना नाम क्रमशः राकेश राय उर्फ बबलू राय (पूर्व ग्राम प्रधान) व योगेश राय पुत्रगण शिवकुमार राय ग्राम गोधौरा थाना जहानागंज बताया। मौके पर बन रहे मीट को नष्ट कर बर्तन व औजार कब्जे पुलिस में लिये गये। इस संबन्ध में थाना पर लिखित तहरीर देकर प्र0नि0 द्वारा मु0अ0सं0 61/2021 धारा 188/269/171F भादवि बनाम राकेश राय उर्फ बबलू राय (पूर्व ग्राम प्रधान) व योगेश राय पुत्रगण शिवकुमार राय ग्राम गोधौरा पंजीकृत कराया गया। विरोध पर राकेश उर्फ बबलू राय व योगेश राय उपरोक्त को बाद में हिरासत पुलिस लिया गया। पुलिस की इस कार्यवाही से चुनाव में गड़बड़ी पैदा करने वाले व चुनाव को प्रभावित करने वाले लोगो के मध्य भय का माहौल वजनता में पुनः पुलिस के प्रति विश्वास कायम हुआ। पूछ-ताछ के दौरान अभियुक्त राकेश राय उर्फ बबलू राय (पूर्व ग्राम प्रधान) व योगेश राय द्वारा बताया गया कि इसके पूर्व कार्यकाल में ही प्रधान था । इस बार भी हमारी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी थी परन्तु सीट अनुसूचित वर्ग में सुरक्षित हो जाने के कारण लोग चुनाव नही लड़ पा रहे है। इसलिये एक अनुसूचित वर्ग के प्रधान प्रत्याशी को समर्थन कर रहे है। गांव के वोटरो को उसके पक्ष में वोट देने व प्रभावित करने के लिये यह पार्टी दिये थे। गलती हो गयी दुबारा भविष्य में ऐसी गलती नही होगी।