कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कुछ कहा ‘मन की बात’ में देखे विस्तार से

मन की बात में बोले PM मोदी,
कष्ट सहन करने की सीमा की परीक्षा ले रहा है कोरोना,
मिलकर जीतेंगे
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी आज ‘मन की बात’ कर रहे हैं. मन की बात 2.0 का ये 23वां एपिसोड है और मन की बात का कुल 76वां संस्करण है. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने देश को झकझोर दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस देश के लोगों के धैर्य और दुख सहने की सीमा की परीक्षा ले रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि कई लोगों ने असमय अपनों को खोया है. यह समय हौसले से लड़ाई लड़ने का है. पीएम मोदी ने राज्य की सरकारें भी दायित्व निभाने में जुटे हुए हैं. पूरी ताकत के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है. पीएम मोदी ने कहा कि अपना भी ध्यान रखिए और अपने परिवार का ध्यान रखिए.
डॉक्टर से की पीएम मोदी ने बात
पीएम मोदी ने इस दौरान मुंबई के डॉक्टर शशांक से बातचीत की. डॉ शशांक ने बताया कि लोग देरी से कोरोना का इलाज शुरू करते हैं. फोन पर आने वाली बातों का यकीन कर लेते हैं. डॉ शशांक ने कहा कि भारत में इलाज के बेस्ट प्रोटोकॉल मौजूद हैं और लोग ठीक हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के म्यूटेंट से घबराने की जरूरत नहीं है. यह कोरोना जितनी तेजी से फैला रहा है लोग उतनी तेजी से ठीक भी हो रहे हैं. श्रीनगर के डॉक्टर नाविद से भी पीएम मोदी ने भी बात की. डॉक्टर नविद ने कोरोना को लेकर कई अहम जानकारियां दी.
सिर्फ विशेषज्ञों की बात मानें- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि सिर्फ विशेषज्ञों की बात मानें. डॉक्टरों की बात मानें और जरूरी उपाय अपनाए. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि वैक्सीन की अहमियत के बारे में सभी को पता है. वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान ना दें. वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर सभी योग्य लोग वैक्सीन लगवाएं.
सिस्टर भावना ध्रुव से पीएम की बात
रायपुर के एक अस्पताल की सिस्टर भावन ध्रुव से पीएम मोदी ने बात की. ध्रुव ने बताया कि कोविड ड्यूटी लगने के बाद मेरे परिवार वाले डर गए थे. मैं कोविड मरीजों से मिली. वो लोग कोरोना से ज्यादा घबराए हुए थे. उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो आगे क्या करेंगे. हमने उन्हें एक अच्छा माहौल दिया. ध्रुव ने बताया कि पीपीई किट पहनने के बाद काफी दिक्कत होती है.
फ्रंटलाइन वर्कर्स की पीएम ने की तारीफ
पीएम मोदी ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की तारीफ की. उन्होंने कहा कि लैब टेक्निशियन और एंबुलेंस ड्राइवर बड़े रिस्क लेकर काम कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने प्रेम वर्मा नाम के एक एंबुलेंस ड्राइवर से बात की. उन्होंने उनसे अपना निजी अनुभव पूछा और उनकी तारीफ की.
सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील
पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम के अंत में महावीर जयंती की शुभकामनाएं दी और सभी से कोरोना वैक्सीन लगवाने की आग्रह किया. पीएम मोदी ने कहा कि दवाई भी कड़ाई भी इस मंत्र को कभी नहीं भूलना है. इस आपदा से हम जल्द बाहर आएंगे. हम मिलकर इस जंग को जीतेंगे.

आपको बता दें कि बीते शनिवार को पंचायती राज दिवस के एक प्रोग्राम में बोलते हुए भी प्रधानमंत्री ने देश में कोरोना के हालातों पर अपने विचार रखे, प्रधानमंत्री ने कहा ”एक साल पहले जब हम पंचायती राज दिवस के लिए मिले थे, तब पूरा देश कोरोना से मुकाबला कर रहा था. तब मैंने आप सभी से आग्रह किया था कि आप कोरोना को गांव में पहुंचने से रोकने में अपनी भूमिका निभाएं. आप सभी ने बड़ी कुशलता से, ना सिर्फ कोरोना को गांवों में पहुंचने से रोका, बल्कि गांव में जागरूकता पहुंचाने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई. इस वर्ष भी हमारे सामने जो चुनौती है, वो चुनौती पहले से जरा ज्‍यादा है कि गांवों तक इस संक्रमण को किसी भी हालत में पहुंचने नहीं देना है, उसे रोकना ही है.