चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में की समीक्षा

नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में चक्रवाती तूफान यास (Yaas Cyclone) से निपटने के लिए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने शनिवार को केंद्रीय और राज्य मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की. संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों ने समिति को तूफान से बचने के लिए किए जा रहे प्रारंभिक उपायों से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि निचले इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है. इसके साथ ही खाद्यान्न, पेयजल और आवश्यक आपूर्ति के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था की गई और बिजली, दूरसंचार जैसी सेवाओं को बनाए रखने के लिए तैयारियां की गई हैं. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ ने 65 टीमों को तैनात किया है और 20 और टीमें स्टैंडबाय पर हैं. जहाजों और विमानों के साथ थल सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के बचाव और राहत दलों को भी तैनात किया गया है.

कैबिनेट सचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि कोविड रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और कोविड अस्पतालों और केंद्रों के कामकाज में व्यवधान से बचा जाए. उन्होंने यह भी सलाह दी कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों से देश के अन्य हिस्सों में ऑक्सीजन के उत्पादन और आवाजाही को बनाए रखने के लिए कदम उठाए जाएं.

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने यह भी कहा कि बिजली, दूरसंचार और अन्य जरूरी सेवाओं को बहाल करने के लिए तैयारी के इंतजाम किए जाएं. उन्होंने संबंधित एजेंसियों को निकट समन्वय में काम करने और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया.

 

बहुत चक्रवाती तूफान में बदल सकता है यास

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि चक्रवात यास के ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदलने और 26 मई को ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की आशंका है. शनिवार को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना.

एक कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात के गठन का पहला चरण होता है, यह आवश्यक नहीं है कि सभी निम्न दबाव वाले क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होते हैं.

आईएमडी ने कहा, ‘ एक निम्न दबाव के क्षेत्र के कल, 23 ​​मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य क्षेत्र पर विक्षोभ में केंद्रित होने की आशंका है. इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है, जो 24 मई तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और अगले 24 घंटों में बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है.’