राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल व पीस पार्टी शोषित पीड़ित व दबे कूचले समाज को जोड़ने का काम करेगी – नुरुल होदा

आजमगढ़। राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के प्रदेश युवा अध्यक्ष नुरूलहुदा ने बुधवार को प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल व पीस पार्टी में हुए गठबंधन से 2022 के चुनाव में तीसरा विकल्प के रूप में उन सभी शोषित पीड़ित व दबे कूचले समाज को सत्ता के मुख्यधारा से जोड़ने के लिए काम करेंगी। अबतक जो भी गठबन्धन हुआ है वह मुस्लिम दलित रहित हुआ है। जबकि एक गठबन्धन ओवैसी और ओमप्रकाश राजभर की हुई है। वह भी उत्तर प्रदेश में पहले से जमींन स्तर पर काम रही राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल व पीस पार्टी को इग्नोर करके सत्ता को लाभ पहुंचाना चाहती है जनता इनके मंसूबों को समझ चुकी है। समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस व भाजपा को भी मुस्लिम वोट तो चाहिए पर मुस्लिमों को भागींदारी नहीं देती है। उन सभी को राजनैतिक रूप से मजबूत करने के लिए उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाय। नुरूलहुदा ने कहाकि युनाइटेड डेमोक्रेटिक एलायंस सभी सेकुलर जातियों व समान विचारधारा के लोगों को साथ लेकर 2022 के विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है ताकि भाजपा मुक्त प्रदेश बनाया जा सकें।