आजमगढ़ : जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिला स्तरीय समीक्षा एवं ऋण जमा अनुपात निगरानी समिति की हुई बैठक

प्रेस नोट
आजमगढ़ 01 सितम्बर– जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सलाहकार एवं समन्वयक/स्थाई समिति की जिला स्तरीय समीक्षा एवं ऋण जमा अनुपात निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जून 2022 तक की प्रगति की समीक्षा की गयी, जिसमे वित्तीय समावेशन, जिले का ऋण जमानुपात एवं जिले मे संचालित उत्तर प्रदेश एवं भारत सरकार के योजनाओ जैसे किसान क्रेडिट कार्ड, राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका मिशन, पीएम स्वनिधि, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद एक उत्पाद, प्रधानमंत्री जन धन योजना आदि योजनाओ की समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने बैंक प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि विभिन्न योजनाओं में ऋण के लिए दिए गए आवेदन को तत्काल निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी बैंकर्स पेंडेंसी को तत्काल खत्म करें। उन्होंने कहा कि ऋण के लिए दिए गए आवेदन के रिजेक्शन रेसियो को काम करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह अत्यंत ही असंतोषजनक स्थिति है कि विभिन्न विभागों द्वारा पात्र व्यक्तियों का सत्यापन के बाद भी लोन के आवेदन को निरस्त कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि आवेदनकर्ता को कारण भी नहीं बताया जाता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि निजामाबाद एवं मुबारकपुर के ब्लैक पॉटरी तथा रेशम के व्यवसायियों को लोन देने में प्राथमिकता रखें। उन्होंने कहा कि बैंकर्स इन क्षेत्रों में कैंप लगाकर लोन वितरण करें। उन्होंने कहा कि लोन मेला में बैंकर्स का उद्देश्य अधिक से अधिक लोन देना होना चाहिए।
जिलाधिकारी ने बैंकर्स से कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना अंतर्गत लोन के लिए आवेदन करने वालों की पेंडेंसी खत्म करें। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जिन्होंने प्रथम एवं द्वितीय लोन की किस्त को पूरा जमा कर दिया है, उन्हें बड़े लोन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि एमएसएमई में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग देने वालों को लोन देकर आत्मनिर्भर बनाएं।
जिलाधिकारी ने ऋण जमानुपात में वृद्धि हेतु बैंकर्स को जमीनी स्तर पर सम्भावना तलाशते हुए कार्य करने को कहा गया। साथ ही सभी शासकीय योजनाओं में एसबीआई, पीएनबी एवं यूबीआई के ख़राब प्रदर्शन को देखते हुए नाराजगी व्यक्त किया। उन्होने निर्देश दिया कि जिले में एक ऋण मेला लगाकर ग्राहकों के बीच जाने एवं ऋण प्रदान करने की व्यवस्था करने को निर्देशित किया, ताकि जिले का ऋण जमानुपात बढाया जा सके।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री अनिल कुमार मिश्र, डीसी एनआरएलएम श्री मिथिलेश कुमार तिवारी, एलडीएम यूबीआई, डीडीएम नाबार्ड, उप क्षेत्र प्रमुख यूबीआई तथा बैंक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

—-जि0सू0का0 आजमगढ़-01-09-2021—–

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