आजमगढ़ : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कल देर शाम विकास भवन के सभागार में विकास योजना एवं जन प्राथमिकता की बिंदुओं की समीक्षा की गई।

आजमगढ़ 19 मार्च– जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर शाम विकास भवन के सभागार में विकास योजना एवं जन प्राथमिकता की बिंदुओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि दिव्यांगों की सूची प्राप्त कर सत्यापन कराते हुए आवास का लाभ दिया जाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि मनरेगा कार्यों का एरिया अफसर द्वारा शत प्रतिशत निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने कहा कि आईडी जनरेट कर तालाबों पर अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत तत्काल कार्य प्रारंभ कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत जनपद में जितने तालाब हैं, उससे लक्ष्य बहुत कम है, शीघ्र ही लक्ष्य को रिवाइज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर तालाबों को चिन्हित कर मानक के अनुरूप कार्य कराया जाना निश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर योजना में चयनित तालाबों के अतिरिक्त प्रत्येक ग्राम पंचायत में अन्य तालाबों पर भी मनरेगा के अंतर्गत कार्य कराकर गहराई को बढ़ाया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि विशेषकर ऐसे तालाबों को जो नहरों एवं ट्यूबवेल के आसपास हैं, उन्हें प्राथमिकता से लेकर गहरा किया जाए, ताकि गर्मी में उसमें आसानी से पानी को भरा जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि मनरेगा कार्ड का सत्यापन करते हुए आधार सीडिंग कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्डों को डिलीट कर दिया जाए, जिनकी मृत्यु हो चुकी हो, अथवा जो अपात्र लोगों के कार्ड बनाए गए हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि महिला मित्रों का शत प्रतिशत भुगतान कर प्रोत्साहित किया जाए। समय से किए जाने वाले भुगतान के प्रतिशत को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के अंतर्गत 100 दिन से अधिक जॉब में बढ़ोतरी की जाए। जिलाधिकारी ने कहा की एनआरएलएम के कामों में सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि कौन सा काम किस कैटेगरी में है, इसे क्लियर कर लें। उन्होंने कहा कि अर्थ वर्क के कार्यों में बढ़ोतरी करें। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रमिकों के पंजीयन में वृद्धि करें तथा पुराने श्रमिकों का रिन्यूअल भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अब तक जितने श्रमिकों के पंजीयन कराए गए हैं, सभी लोगों का रिन्यूअल कराया जाए।

पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जो गौशाला अभी तक अपूर्ण है, उन्हें प्रत्येक दशा में 31 मार्च का पूर्ण कर जानवरों को संरक्षित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 31 मार्च के बाद कोई भी जानवर सड़क पर नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर एक्सप्रेस वे के किनारे घूमने वाले जानवरों को तत्काल गौ संरक्षण केंद्रों में संरक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी गौआश्रय स्थल पर क्षमता से अधिक जानवर ना रखे गए। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण स्थलों पर कार्य करने वाले किसी भी कर्मचारी का भुगतान पेंडिंग में ना रखा जाए। उन्होंने कहा कि सभी गौ संरक्षण केंद्र/गौआश्रय स्थलों पर चारा-भूसा एवं पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि निर्धारित किए गए लक्ष्य के सापेक्ष भूसा एकत्र करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को सभी खंड विकास अधिकारी में बराबर-बराबर बांट दिया जाए। उन्होंने कहा कि बड़े किसानों से बात कर भूसा दान में ले लिया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि बृहद गौशालाओं को संचालित करने के लिए किसी एनजीओ को नामित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि पेपरों में नोटिस देकर अनुभव और क्वालिफिकेशन तय करते हुए एनजीओ को गौशाला संचालित करने की जिम्मेदारी दी जाए। उन्होंने कहा कि सहभागिता योजना अंतर्गत अधिक से अधिक जानवरों को संरक्षित कराया जाए।

बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूलों में प्राथमिकता पर बाउंड्री वॉल, गेट एवं टाइल्स लगाने के लक्ष्य को 10 दिन के अंदर पूर्ण करना सुनिश्चित करें।

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय जनहित गारंटी योजना, आईसीडीएस, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, पंचायत राज विभाग के अंतर्गत पंचायत भवनों का निर्माण, शौचालय का निर्माण एवं अन्य कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह, परियोजना अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, दिव्यांग योजना अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी, आईसीडीएस, बेसिक शिक्षा विभाग तथा सभी खंड विकास अधिकारी उपस्थित थे।