लखनऊ। निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी को कई मोर्चों पर झटका लगा है। पार्टी के सांसद और विधायकों की बागवत खुलकर सामने आई। फिर पार्टी के चुनाव में बड़ा हार का सामना भी करना पड़ा।हालत ये हुई कि पार्टी मेयर की एक भी सीट नहीं जीत सकी। लेकिन अब सपा में बगावत करने वालों पर एक्शन की तैयारी हो रही है। अखिलेश यादव ने लखनऊ के पार्टी दफ्तर में बैठक बुलाई है।
अब लखनऊ में होने वाली बैठक के वजह से चर्चा शुरू हो गई है कि क्या अखिलेश यादव इस बैठक के दौरान बागवत करने वाले सांसद और विधायकों पर एक्शन लेंगे? दरअसल, निकाय चुनाव में कई जगहों पर पार्टी के सांसद, विधायक और नेताओं ने सपा उम्मीदवार के खिलाफ जाकर निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दिया। पार्टी से बागवत कर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के लिए वोट भी मांगा।
हालांकि सूत्रों की मानें तो पार्टी में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है। लेकिन इस दौरान निकाय चुनाव में बागवत करने वाले नेताओं पर कार्रवाई की जा सकती है। कई जगहों पर सपा के प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। सूत्रों की मानें तो बैठक में निकाय चुनाव की हार पर भी मंथन होगा। जबकि राजनीतिक के जानकार सपा की इस हार के लिए कई वजह बता रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो जिन नेताओं ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार किया उनकी रिपोर्ट जिला स्तर से मंगवाई जा रही है। खास तौर पर मेरठ में सपा प्रत्याशी का विरोध जमकर हुआ था। यहां विधायक रफीक अंसारी और शाहिद मंजूर समेत कई बड़े नेताओं ने प्रचार तक नहीं किया। इसके अलावा संभल में सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और उनके विधायक बेटे ने भी बगावत की है। ऐसे में अब बैठक के बाद इनपर एक्शन होना तय माना जा रहा है।